यात्रा के समय चक्कर आना और निचली होना आम बात हो गयी है। बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें सफर का नाम सुनते ही चक्कर आने लगते हैं। उन्हें घूमने का तो शौक होता है लेकिन गंतव्य स्थान से पहले की यात्रा उनकी हिम्मत तोड़ देती है। ये समस्या कुछ मनोवैज्ञानिक है तो थोड़ी बहुत शारीरिक भी है।
चाय में पुदीने का रस डालकर पीने से सफर आराम से कट जाता है, इसके अलावा आप अपने रुमाल पर पुदीने के रस की बूंदें छिड़कर कर सूंघते हुए जा सकते हैं।
पुदीने के अलावा अदरक का रस भी एक बेहतर विकल्प है। आप रास्ते में अदरक की चाय पी सकते हैं या अदरक के रस से भरी टॉफी का सहारा ले सकते हैं।
इसके अलावा अगर आप रास्ते भर कोई किताब पढ़ते हुए जाएंगे या अपने आप को व्यस्त रखेंगे तो आपका ध्यान सफर की परेशानी से हट जाएगा।
जिन लोगों को सफर के दौरान परेशानी होती है उन्हें खिड़की बंद करके कभी नहीं बैठना चाहिए, पीछे सीट करके आराम से बैठिए और हवा का आनंद उठाइए।