विशेषज्ञों का कहना है कि कोई भी रोग अचानक नहीं बढ़ जाता. हमारा शरीर लगातार उसके संकेत दे रहा होता है, जिन्हें हम अपनी व्यस्तताओं के बीच नजरअंदाज कर देते हैं. रोग पर हमारा ध्यान तब जाता है, जब समस्या हाथ से निकल जाती है. हालांकि कई बार ये संकेत इतने मामूली होते हैं, जिनके पीछे किसी बड़े रोग की मौजूदगी का विचार ही जेहन में नहीं आता. आज समझते हैं, शरीर के उन मामूली से नजर आने वाले संकेतों को, जिनसे आप अपनी सेहत का हाल जान सकते हैं.
जानकारी के अनुसार पैर ठंडे रहते हैं तो इसका मतलब है कि आपके पैरों में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होती और ना ही ऑक्सीजन वहां तक पहुंच पा रही है. पैरों का ठंडा होना एक आम समस्या है, जो ब्लड सर्कुलेशन होने पर ठीक हो जाती है. अगर पैर लगातार ठंडे रहते हैं तो यह कुछ शारीरिक समस्या का संकेत भी हो सकता है, जैसे एनीमिया, लगातार थकान, तंत्रिका क्षति, मधुमेह, हाइपोथायरायडिज्म, रोग और हाइपोथर्मिया.
इसी के साथ फीके, हल्के पीले और कमजोर नाखून अनीमिया, हृदय संबंधी परेशानी, कुपोषण समेत लिवर के रोगों का संकेत देते हैं. फंगल इंफेक्शन के कारण पूरा नाखून ही पीला हो जाता है कई बार पीलिया, थाइरॉएड, मधुमेह और सिरोसिस में भी ऐसा हो सकता है. नाखून पीले और मोटे हैं और धीमी गति से बढ़ रहे हैं तो यह फेफड़े संबंधी रोगों का संकेत हो सकता है.