हज यात्रा पर जा रहे हैं तो जान लें ये नियम, नहीं तो 11 लाख रुपये का लगेगा जुर्माना
नई दिल्ली : अगर हज यात्रा पर जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है, क्योंकि सऊदी अरब सरकार हज यात्रा को लेकर बड़े-बड़े फैसले ले रही है. अब सरकार ने विजिटर वीजा लेकर आए विदेशियों के लिए मक्का शहर में एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया है, यानी जिसके पास विजिटर वीजा है, वे मक्का में यात्रा नहीं कर सकेंगे. सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया कि गृह मंत्रालय ने विजिटर वीजाधारकों को हज की अनुमति नहीं दी है. मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि 23 मई से यह लागू हो गया है और 21 जून तक जारी रहेगा। सऊदी के निवासियों को भी 4 जून से मक्का में प्रवेश के लिए परमिट दिखाना जरूरी रहेगा. सऊदी के लोगों को भी बिना परमिट मक्का में एंट्री नहीं दी जा रही है. सरकार ने कहा कि रजिस्टर्ड तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये उपाय लागू किए जा रहे हैं.
सरकार ने धोखाधड़ी से बचने के लिए भी कहा है. सरकार के मुताबिक, हज से जुड़ी हुई कोई भी चीज खरीदनी है तो सरकारी मान्यता वाली दुकानों से ही खरीदें, क्योंकि ऐसे में फ्रॉड बहुत एक्टिव हो जाते हैं. साथ ही सरकार ने हज यात्रियों को अपना पहचान पत्र साथ रखने की भी सलाह दी है. अधिकारियों का कहना है कि लाखों यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सुविधा देने के लिए ऐसा किया जा रहा है. ताकि लोग सुरक्षित तरीके से अपने हज यात्रा पूरी कर सकें. बता दें कि इस बार दुनियाभर से 20 लाख से ज्यादा मुस्लिम सऊदी पहुंचने वाले हैं. हज कराने के लिए देश की अलग-अलग संस्थाएं जुटी हुई हैं. सऊदी अरब सरकार ने इस साल हज नियमों को भी सख्त किया है.
अगर कोई बिना परमिट यात्रा करते हुए मिलता है सरकार उस पर जुर्माना लगाएगी. सऊदी के अधिकारियों ने कहा कि बिना परमिट हज करने पर 50 हजार रियाल यानी भारतीय करंसी में देखें तो करीब 11 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा, इसलिए पवित्र स्थलों में एंट्री के लिए नुसुक कार्ड लॉन्च किए गए हैं.