गले की खराश ओमिक्रॉन वेरियंट का कॉमन लक्षण है, जो किसी को भी अनकम्फर्टेबल कर देता है। गले की खराश से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक टिप्स को अपना सकते हैं। कई लोगों को अचानक गले की खराश महसूस होने लगती हैं, ऐसे में वायरल संक्रमण गले में खराश के कारणों में से एक है। सर्दियों के मौसम में ठंडी हवा आपकी हेल्थ को परेशान कर सकता है और इसी वजह से आपके गले में खराश होने लगती है।
पानी और नमक के गरारे करना एक पुराना उपाय है जो गले के दर्द और परेशानी से राहत दिला सकता है।
स्टीम लें
गले की खरास से छुटकारा पाने के लिए आयुष दिशानिर्देशों के अनुसार गले की परेशानी के मामले में ताजा पुदीना के पत्तों या अजवाईन के साथ भाप सांस लेना का अभ्यास दिन में एक बार किया जा सकता है।
लौंग का पाउडर और शहद
लौंग के पाउडर को नेचुरल शक्कर या शहद में मिलाकर खाया जा सकचता है। सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार दिन में 2-3 बार इसे ले सकते हैं। ऐसा करने से खांसी या गले में जलन होने पर तुरंत आराम मिलता है।
मेथी
मेथी गले में खराश के लिए एक पारंपरिक दवा है और इसमें प्राकृतिक कंपाउंड होते हैं जो गले को साफ करने में मदद करते हैं। 1 चम्मच मेथी को 250 मिलीलीटर पानी में 5 मिनट तक उबालें और छान कर पी लें।
यस्तिमधु (मुलेठी)
मुलेठी गले के संक्रमण को शांत करने में बहुत कारगर है। डॉ. भावसार के अनुसार आप 1 चम्मच मुलेठी का पाउडर लेकर दिन में दो बार शहद के साथ चूस सकते हैं या गर्म पानी में मिलाकर दिन में दो बार गरारे कर सकते हैं।
तुलसी के पत्ते
तुलसी सबसे अच्छी एंटीवायरल जड़ी-बूटियों में से एक है और खांसी, सर्दी, गले में खराश में बहुत इफेक्टिव है। 4-5 तुलसी के पत्तों को थोड़े से पानी में उबालें, इसे छान लें और पीएं। डॉ. भावसार की सलाह है कि आप चाहें तो इसमें शहद, अदरक मिला सकते हैं।