नई दिल्ली: हार्ट अटैक नाम सुनते ही दिल में डर बैठ जाता है अस्वस्थ रहने वाले लोगों को इस बीमारी का खतरा ज्यादा रहता है। हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब दिल तक पहुंचने वाले खून में बाधा पहुंचती है और धमनियों में रक्त के थक्के जमा हो जाते हैं, जिसकी वजह से पूरे शरीर के रक्तसंचार यानी खून के प्रवाह पर प्रभाव पड़ता है।
स्वस्थ हृदय बनाए रखने के लिये कुकिंग टिप्स
हार्ट की मांसपेशियों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है और वो खराब हो जाती हैं। यह बेहद घातक स्थिति होती है। अगर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ चुका है तो उसके उसे अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता होती है और जीवनशैली में अच्छे सुधार लाने की आवश्यकता होती है। हार्ट अटैक वाले रोगी को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना बेहद आवश्यक होता है। उसे अवसाद, तनाव, थकान आदि से दूर रहना चाहिए और इन 10 बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए:
धूम्रपान
अगर धूम्रपान करते हैं तो उसे छोड़ना ही आपके लिए लाभदायक होगा। इसके लिए आपको शुरूआत में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा लेकिन एक बार आदत लगने पर आपको स्वस्थ रहने से कोई नहीं रोक सकता। धूम्रपान करने से दिल की धमनियों में रक्त के प्रवाह पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
ट्रांस फैट से बचें
भोजन में कम से कम ऑयल, डालडा या घी आदि का इस्तेमाल करें। हार्ट अटैक के बाद ये सीधा आपके दिल पर असर करता है तो इसका कम से कम सेवन करें।
इन चीजों का न करें सेवन
हार्ट अटैक के बाद शुगर पेस्ट्री, मिठाई, चॉकलेट आदि का सेवन कतई न करें। इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत बढ़ सकता है। परिणामस्वरूप, रक्त के थक्के या रक्त का गाढ़ापन हो सकता है जो जानलेवा साबित हो सकता है।
नमक की अधिकता
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन लोगों को सलाह देता है कि हार्ट-अटैक का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जो नमक को ज्यादा मात्रा में लेते हैं यानि एक दिन में 1500 मिलीग्राम. से अधिक नमक का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। ऐेसे में भोजन में नमक की मात्रा संतुलित रखनी चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले खाने से बनाएं दूरी
टिक्की चाट-पकौडा सभी में काफी मात्रा में फैट होता है जो कोलेस्ट्रॉल को काफी हद तक बढ़ा सकता है ऐसे में इन चीजों से दूरी बनाएं रखना बेहद आवश्यक होता है।
वजन बढ़ने से रोकें
हार्ट अटैके बाद अपने शरीर पर पूरा ध्यान दें, खान-पान का विशेष ख्याल रखें ताकि आपका वजन बढ़ न पाएं। वजन बढ़ने से शरीर में मोटापा आ जाता है जिसकी वजह से हार्ट में अन्य बीमारियां पैदा हो जाती हैं। व्यक्ति का बॉडी मॉस इंडेक्स (बीएमआई), 18.5 और 24.9 के बीच होना चाहिए।
लक्षणों को नकारना
अगर हार्ट अटैक के बाद रिकवरी के दौरान बहुत ज्यादा थकान, छाती में दर्द, बहुत ज्यादा पसीना आता है या पैरों में सूजन हो जाती है तो ऐेसे लक्षणों को नकारें नहीं और डॉक्टर से संपर्क करें और अपने स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें।