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अगर आपको यह प्रॉब्लम है तो भूल कर भी न खाये मखाने

नई दिल्ली : मखाने के पोषण के बारे में जानकर अगर आपने मखाने को अपनी डाइट का रेगुलर हिस्सा बना लिया है तो थोड़ा सोचने की जरूरत है। ये ध्यान रखना जरूरी है कि अति हर चीज की बुरी होती है। मखानों पर भी ये बात लागू होती है। जो सेहत के लिए फायदेमंद तो हैं। लेकिन कुछ तकलीफें पहले से हों तो मखानों से दूर ही रहें।

मखाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। जिसका सेवन हर त्योहार के मौके पर हो सकता है। मीठा बनाना हो तो भी और नमकीन बनाना हो तो भी। उपवास में भी मखाने खाए जाते हैं। इसके अलावा आप वेटलॉस की कोशिशों में जुटे हों या पोषण हासिल करना चाहते हैं तो भी मखाने खाए जाते हैं।

मखाने लोटस सीड्स के नाम से भी जाने जाते हैं कुछ लोग इसे फॉक्स नट्स के नाम से पहचानते हैं। कमल के बीज को धोकर, सुखाकर और भूनकर बनने के कारण इन्हें लोटस सीड्स कहा जाता है। मखाने में भरपूर प्रोटीन होता है, जो शरीर की मसल्स के लिए फायदेमंद है। ये घर में रखी किसी औषधि की तरह है, जो कई तकलीफों में काम आती है। डिलिवरी के बाद भी महिलाओं को मखाने की खुराक ज्यादा दी जाती है। मखानों में मौजूद पौष्टिक तत्व उसे खास बनाते हैं। लेकिन कुछ समस्याओं में मखाने खाना आपकी मुश्किलों को बढ़ा सकता है। इसलिए जब भी मखाने खाएं, उनके फायदे और नुकसान जानने के साथ ही उन्हें कितनी मात्रा में खाया जाना चाहिए ये जरूर जान लें।

अगर आप पेट से जुड़ी किसी समस्या का लगातार सामना कर रहे हैं तो मखानों से दूरी बनाना ही अच्छा होगा। मखाने डाइजेस्टिव सिस्टम पर सीधे असर करते हैं। जिन्हें हल्के फुल्के दस्त होते हैं, उन्हें मखाने की सलाह इसलिए ही दी जाती है। आप अगर कब्ज, गैस या ब्लोटिंग की समस्या से जूझ रहे हों या अक्सर कब्ज के शिकार रहते हों तो मखानों से दूर रहना ही बेहतर होगा।

आप अगर शुगर पेशेंट हैं तो बहुत सोच समझ कर और बहुत ही सीमित मात्रा में मखाने खाएं। क्योंकि एक शोध में मखानों को ब्लड शुगर कम करने वाला पाया गया है। ऐसे में इनका अत्यधिक सेवन लो ब्लड शुगर का कारण बन सकता है।

मखाने सभी को सूट नहीं करते। चूंकि ये कमल के बीजों से बनते हैं। यानी पानी में उगने वाली चीज है। इसलिए कई लोगों पर इसका विपरीत असर पड़ता है। उन्हें अलग-अलग किस्म की एलर्जी हो सकती है। इसलिए मखाने खाने के बाद कोई एलर्जी के संकेत दिखें तो मखाने से परहेज करें।

जिन्हें किडनी में स्टोन होते हैं, उन्हें भी मखाने खाने से बचना चाहिए। मखानों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। जिन्हें किडनी में स्टोन है या अक्सर स्टोन होते हैं, उन्हें मखानों में मौजूद कैल्शियम तकलीफ दे सकता है। क्योंकि, इससे स्टोन के बड़े होने की संभावना बढ़ जाती है।

आप अगर किसी खास समस्या से पीड़ित नहीं हैं तो रोजाना एक कटोरी भुने मखाने खा सकते हैं। एक कटोरी भुने मखाने से आप को 3.9 ग्राम तक प्रोटीन मिलेगा। मखाने खाते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि आप अच्छी मात्रा में पानी पिएं।

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