अगर माता-पिता का अपमान किया तो ग्रह हो जाते हैं नाराज, जानिए सुख-शांति के उपाय
उज्जैन : माता-पिता का आशीर्वाद जिन बच्चों के साथ होता है, वह जीवन में कभी असफल नहीं होते हैं. लेकिन जो लोग माता-पिता का अपमान करते हैं, उनका दिल दुखाते, कड़वे वचन बोलते हैं उन्हें तमाम कोशिशों के बाद भी सफलता नहीं मिल सकती है.
शास्त्रों में माता-पिता को ईश्वर तुल्य माना गया है. माता-पिता का अपमान करना ईश्वर का अपमान करके के बराबर होता है. इसलिए अपने माता-पिता का कभी अपमान न करें. इस बाद को हमेशा याद रखें कि, माता-पिता के कारण ही आपको इस संसार में स्थान प्राप्त हुआ है.
माता-पिता से खराब संबंध का प्रभाव केवल रिश्तों को ही कमजोर नहीं बनाता बल्कि इससे आपकी कुंडली में कुछ ग्रह भी प्रभावित होते हैं. ज्योतिष में ऐसे ग्रहों के बारे में बताया गया है, जिनका संबंध माता-पिता से होता है. ऐसे में यदि आप अपने माता-पिता का अपमान करते हैं तो आपको इन ग्रहों की पीड़ा भी झेलनी पड़ सकती है.
पिता का संबंध सूर्य ग्रह से होता है. यदि कोई अपने पिता का सम्मान नहीं करता, पिता से दूरी बनाकर रखता है या कटु वचन कहता है तो इससे उसकी कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर रहती है और कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर होने पर व्यक्ति को शारीरिक रोग-दोष का सामना करना पड़ता है, नेत्र और दिल संबंधी परेशानियां रहती है और मेहनत के साथ ही मान-सम्मान व सफलता नहीं मिलती.
ज्योतिष में सूर्य को पिता का स्थान प्राप्त है. वहीं शनि देव भी सूर्य के पुत्र हैं. ऐसे में पिता-पुत्र के संबंधों के लिए सूर्य और शनि ग्रह की परस्पर स्थिति देखी जाती है. पिता-पुत्र के रिश्ते खराब होने की वजह कुंडली में सूर्य और शनि का अशुभ प्रभाव होता है.
किस ग्रह से होता है माता का संबंध
माता से संबंध खराब होने पर या मां का अपमान करने पर कुंडल में चंद्र ग्रह दोष होते हैं और ऐसे लोग जीवन में सफलता हासिल नहीं कर पाते. साथ ही इनका जीवन दुखों से भर जाता है.
ज्योतिष में चंद्रमा को मातृभाव का कारक ग्रह माना गया है. मां के साथ रिश्ते खराब होने पर चंद्रमा प्रभावित होता है और कुंडली में चंद्र ग्रह दोष लहता है और जीवन की सारी सुख-शांति चली जाती है. चंद्रमा से पीड़ित होने पर व्यक्ति को कई बीमारियां घेर लेती हैं और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए मां के साथ अपने संबंध अच्छे रखें और सदैव उनका सम्मान करें.