नई दिल्ली : आज के समय में ग्लोइंग स्किन व चमकता चेहरा कौन नही चाहता है और इसके लिए कई तरह के प्रोडक्ट्स भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन रसायनों से त्वचा को भारी नुकसान भी हो सकता है। ऐसे में त्वचा में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। इन सभी परेशानियों से बचने के लिए आप आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों (Ayurvedic Herbs) का सहारा ले सकते हैं। खासबात ये है कि हमारी संस्कति में लंबे समय से सौंदर्य के लिए आयुर्वेदिक उपचार का प्रयोग किया जाता रहा है। ये प्राकृतिक उत्पाद पूरी तरह से कैमिकल फ्री और सुपर इफैक्टिव होते हैं।
तुलसी में बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं। त्वचा के लिए तुलसी किसी वरदान से कम नहीं है। आपकी बढ़ती उम्र को कम करने, झुर्रियों और फाइन लाइन को कम करने में तुलसी का कोई दूसरा मुकाबला नहीं है। यह न केवल त्वचा को पोषण देती है बल्कि त्वचा की बनावट को भी बेहतर बनाती है। तुलसी के इस्तेमाल से त्वचा को समूथ फिनिश मिलती है।
आपको कोरिया और जापान के कई स्किन केयर प्रोडक्ट में जिनसेंग मिलेगा। इसमें भरपूर एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं। इसमें फाइटोकेमिकल्स हैं, जो बढ़ती उम्र को रोकने में मदद करता है। जिनसेंग आपकी त्वचा को यूवी रेज से बचाने में भी मदद करता है।
अश्वगंधा एक एंटीऑक्सिडेंट के रुप में जाना जाता है, जिससे त्वचा को किसी भी मुक्त कण से बचाने में मदद मिलती है। रोजाना अश्वगंधा (ashwagandha) के सेवन से त्वचा जवां और दमकती रहती है। अश्वगंध तनाव दूर करने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। इससे त्वचा को भी आश्चर्यजनक लाभ मिलते हैं।
हल्दी के फायदे तो सभी को पता हैं। हल्दी प्रकृति का उपहार है जो आपके शरीर को स्वस्थ और सुंदर बनाने में मदद करती है। अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ त्वचा के लिए आप हल्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं। हल्दी में करक्यूमिन में एंटी एजिंग गुण होते हैं, जिससे त्वचा जवां बनती है।
त्वचा के लिए केसर भी बहुत फायदेमंद है। केसर को चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बों और मुंहासों के छुटकारा मिलता है। केसर से रंग गोरा और साफ होता है। इसके अलावा दूध और केसर चेहरे पर लगाने से निखार आ जाता है।
चंदन में एंटीवायरल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इससे त्वचा पर कील-मुंहासों और फुंसियों की समस्या दूर हो जाती है। चंदन का त्वचा पर ब्लीचिंग प्रभाव भी पड़ता है। चंदन के पाउडर से फेस पैक बनाकर लगा सकते हैं। इससे त्वचा को ठंडक मिलती है और रंगत में भी निखार आता है।
आयुर्वेद में नीम बहुत महत्पूर्ण है नीम का इस्तेमाल स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए भी किया जाता है। नीम में एंटी सेप्टिक, एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जिससे त्वचा को साफ रखने में मदद मिलती है। ग्लोइंग स्किन पाने और कील मुंहासे दूर करने के लिए भी नीम का इस्तेमाल किया जाता है।
आयुर्वेद में एलोवेरा को त्वचा के लिए वरदान माना गया है। त्वचा की कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता है। सनबर्न और एजिंग के लक्षणों को दूर करने के लिए भी एलोवेरा का उपयोग किया जाता है। रोजाना ऐलोवेरा लगाने से चेहरे पर नमी और त्वचा ग्लोइंग हो जाती है। स्किन को फ्लॉलेस बनाने के लिए आप एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुणों से भरपूर गिलोय त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण भरपूर होते हैं। जिससे त्वचा के ऊतकों को पुनर्जीवित करने और सूजन कम करने में मदद मिलती है।