कोरोना से रोकथाम में आशा वर्कर एवं निगरानी समितियों का महत्वपूर्ण योगदान: मुख्यमंत्री योगी
- 18 लाख 24 हजार लोगों को कराया गया क्वारंटीन, 20 लाख से अधिक लोगों की हुई यूपी में वापसी
- सीएम योगी का आदेश, हर क्वारंटीन सेंटर में हो इंफ्रारेड थर्मामीटर, मास्क नहीं पहनने पर 5 हजार लोगों को जुर्माना
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम में आशा वर्कर व निगरानी समितियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अब तक लाखों की संख्या में प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की यूपी में वापसी हुई है। जांच के बाद कुछ लोगों की रिपोर्ट पॉजिटीव मिली है। जिनका नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। उपचार के बाद बहुत से लोग स्वस्थ्य होकर घर चले गए हैं। हालांकि कई प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को होम क्वारंटीन में भी रखा गया है। जिसकी निगरानी मोहल्ला व ग्राम समिति कर रही हैं। साथ ही इनमें कोरोना के लक्षणों की जांच भी आशा वर्कर कर रहे हैं। यह जानकारी शुक्रवार को लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी।
अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि शुक्रवार को टीम 11 के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि लोगों में जागरूकता बढ़ रही है, और यही कारण है कि एक्टिव केस कम हो रहे हैं जबकि उपचारित लोगों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। वर्तमान में 2243 केस ही एक्टिव हैं जबकि 3238 लोग ठीक होकर घर चले गए हैं। इस स्थिति में और सुधार का प्रयास किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश में 20 लाख से अधिक लोगों की वापसी हुई है। इनमें से बहुत से लोगों को क्वारंटीन में रखा गया है और यह क्रम अभी भी जारी है। उन्होंने बताया कि 46 हजार 103 ग्राम पंचायतों में 16 लाख 8 हजार 184 व्यक्ति राजस्व विभाग के क्वारंटीन सेंटरों में जांच के बाद ग्रामीण क्षेत्र में गए हैं। जबकि शहरी क्षेत्र के 6 हजार 202 मोहल्ला वार्ड में 2 लाख 24 हजार 639 लोग गए हैं। इस तरह 18 लाख से अधिक लोग क्वारंटीन सेंटरों में जांच के बाद अपने अपने घरों को भेजे गए हैं।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि हर क्वारंटीन सेंटर पर इंफ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध करा दिया जाए। जिससे प्राथमिक स्तर पर जांच को मजबूती दी जा सके। साथ ही समय पर उपचार मुहैया कराने और संक्रमण के रोकथाम में भी आसानी होगी। सीएम योगी ने प्रदेश के सभी दुकानदारों से अपील की है कि हर दुकानदार मास्क व सेनीटाइज का प्रयोग अवश्य करे। अगर कोई भी ग्राहक बिना मास्क के सामान लेने आता है तो उसे सामान ना दें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हर किसी को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। अबतक 5 हजार लोगों को मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना किया गया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अबतक गुजरात से 5 लाख 36 हजार लोग आए हैं। महाराष्ट्र से 192 ट्रेनों के माध्यम से 2 लाख 46 हजार, पंजाब से 1 लाख 80 हजार और दिल्ली से 47 ट्रेनों के माध्यम से 69 हजार लोगों को यूपी में लाया गया है। उन्होंने बताया कि 100 ट्रेनों को प्रतिदिन यूपी के लिए चलाया जा रहा है। अबतक प्रदेश में 930 ट्रेन आ गई हैं इन ट्रेनों से 12 लाख 33 हजार लोग आए हैं। उन्होंने बताया कि 1200 ट्रेनों को प्रदेश में आने अनुमति दी गई है।
प्रदेश में अबतक 2243 एक्टिव केस, 323 मरीज हुए स्वस्थ्य: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में 11 मई से ही प्रदेश में एक्टिव केस कम है और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 2243 एक्टिव केस हैं। उपचार के बाद 3238 पेशेंट पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। हालांकि अबतक 138 लोगों की मौत भी हुई है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को 7249 सैंपलों की टेस्टिंग की गई। उन्होंने बताया कि गुरूवार को 928 पूल टेस्ट किए गए।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सर्विलांस में 87 हजार 141 टीम लगी रहीं। इन टीमों ने 11 हजार 81 इलाकों, जिसमें 2656 हॉटस्पाट और 8425 नॉन हॉटस्पाट शामिल हैं में सर्वे किया है। टीम ने 69 लाख 78 हजार 9 घरों का सर्वेक्षण किया। साथ ही 3 करोड़ 49 लाख 20 हजार 368 लोगों की जांच भी किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में काफी संख्या में प्रवासी कामगार व श्रमिकों की वापसी हुई है। सभी को होम क्वारंटीन में 21 दिनों तक रहने के लिए कहा गया है। होम क्वारंटीन में रहने वालों की जांच के लिए आशा वर्करों को भी तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि आशा वर्करों द्वारा 6 लाख 58 हजार 982 लोगों की जांच की है। जांच में 764 लोगों को बुखार, जुखाम, खांसी आदि के लक्षण मिले। ऐसे लोगों का उपचार किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम द्वारा 29 हजार 10 लोगों को फोन कॉल किए गया। बातचीत के बाद लक्षणों के आधार पर लोगों को उचित सलाह दी जा रही है। हर अलर्ट पर जिले स्तर पर भी कार्य किया जा रहा है।