महाराष्ट्र ATS का अहम ‘खुलासा’! भारत को 2047 तक PFI बनाना चाहता था ‘इस्लामिक राष्ट्र’
नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) से मिली बड़ी खबर के अनुसार पीपल्स फ्रंट ऑफ इंडिया यानी (PFI) की ओर से भारत के बारे में साजिश रचने का एक बड़ी और खौफनाक साजिश नाकाम हुई है। जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (Anti Terrorism Squad) द्वारा दायर चार्जशीट (Chargesheet) में यह खुलासा हुआ है।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र ATS (Maharashtra ATS) की चार्जशीट (Chargesheet) में खुलासा किया गया कि PFI साल 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहता था। महाराष्ट्र ATS ने 365 days: Through a Thousand Cuts नाम की एक किताब के बारे में भी एक अहम खुलासा किया है, जो चरमपंथी संगठन के एजेंडे को व्यापक रूप से दर्शाती है।
दरसल इस किताब के अनुसार, साल 2014 के बाद से PM नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुसलमानों के लिए स्थितियां कैसे बदली हैं और देश के खिलाफ होने के लिए समुदाय का ब्रेनवॉश करने का भी प्रयास किया गया है। वहीं PM मोदी के सत्ता में आने के अगले ही दिन से सभी बुरी ताकतें अपनी आड़ से बाहर आ गईं। इन सभी ने सोचा कि भारत पहले ही एक हिंदू राज्य बन चुका है। किताब की सामग्री को मुंबई में ATS से गिरफ्तार 5 PFI सदस्यों में से एक के फोन से बरामद किया गया था।
इस्लामिक राज्य बनाने को लेकर कई जिलों में हुईं सभाएं
ATS की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार सदस्यों की भारत को इस्लामिक राज्य बनाने की बड़ी योजना थी। युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए महाराष्ट्र के कई जिलों में इस बाबत सभाएं भी आयोजित कीं गईं थीं। इसके साथ ही यह यह किताब हिंदुओं के खिलाफ घृणित सामग्री से भरी हुई है। साथ ही इस किताब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में PM मोदी के कार्यकाल और राज्य में हुए 2002 के दंगों का हवाला भी मुक्य रूप से दिया गया है।
किताब में CM योगी समेत कई मंत्रियों का भी जिक्र
ATS के अनुसार इस किताब में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, साध्वी निरंजना ज्योति और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के साथ कई अन्य हिंदू नेताओं का भी जिक्र है। इन सभी के खिलाफ युवा मुसलमानों का ब्रेनवॉश करके हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने का भी उल्लेख है।
SDPI और PFI का आपसी लिंक!
ATS द्वारा चार्जशीट के अनुसार किताब में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का बड़ा लिंक भी सामने आया है। दरअसल SDPI को पुस्तक के प्रकाशक के रूप में बताया किया गया है, जबकि SDPI ने अब तक हमेशा PFI से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।जानकारी हो कि इस पूरे मामले में अब तक महाराष्ट्र में PFI के 21 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें पहले दिन में MP के धार जिले के मनावर से 3 लोगों को ATS ने गिरफ्तार किया था।