नई दिल्ली : शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लाइफस्टाइल और आहार दोनों को ठीक रखना बहुत आवश्यक है। इसमें की गई लापरवाही संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। आंकड़ों से पता चलता है कि लिवर की बीमारियों के मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां तक कि बच्चे भी इसका शिकार देखे जा रहे हैं। लिवर फेलियर और लिवर कैंसर जैसी जानलेवा समस्याओं के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है।
लिवर हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, जो पाचन, ऊर्जा संचय, विषहरणऔर कई अन्य कार्यों में सहायक होता है। इसे स्वस्थ रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना जरूरी है। लिवर संबंधी बीमारियों के जोखिमों को कम करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और समय-समय पर लिवर की जांच करवाते रहें। हमारी कुछ खराब आदतें भी लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं।
लिवर को नुकसान पहुंचाने के लिए जिस आदत को सबसे ज्यादा जिम्मेदार पाया गया है वह है- अत्यधिक शराब का सेवन। शराब लिवर की कार्यक्षमता को धीमा कर देती है। इसके लंबे समय तक या अत्यधिक सेवन करने से लिवर की कोशिकाओं को क्षति हो सकती है। इससे फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस, लिवर फेलियर और कैंसर तक का खतरा हो सकता है। लिवर कैंसर से मरने वाले अधिकतर लोगों में शराब पीने की आदत देखी जाती रही है।
आप किस तरह की चीजों का सेवन करते हैं इसका भी लिवर की सेहत पर सीधा असर पड़ता है। अस्वास्थ्यकर आहार लिवर की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। जंक फूड, तला-भुना भोजन और हाई फैट युक्त आहार लिवर में वसा जमा करने लगती है, जिससे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज हो सकती है। यह स्थिति लिवर सिरोसिस और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकती है।
मोटापा या अधिक वजन संपूर्ण शरीर के लिए हानिकारक है इससे लिवर को भी नुकसान होता है। लिवर में वसा जमा होने के लिए मोटापा को एक प्रमुख कारण माना जाता है, ऐसे लोगों में फैटी लिवर डिजीज की समस्या भी अधिक देखी जाती है। शारीरिक निष्क्रियता या व्यायाम न करने की आदत मोटापा और लिवर रोग दोनों को बढ़ा सकती है। इस तरह के जोखिम कारकों से बचे रहने के लिए नियमित व्यायाम करें, वजन को नियंत्रित रखें और सक्रिय जीवनशैली अपनाएं।
ज्यादा चीनी और नमक दोनों ही लिवर की सेहत के लिए नुकसानदायक हैं। शुगर और फ्रक्टोज (जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, मिठाइयां, प्रोसेस्ड फूड) का अधिक सेवन लिवर में वसा का निर्माण करते है, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध और फैटी लिवर डिजीज का खतरा बढ़ता है। चीनी और मीठे पदार्थों का सेवन कम करें। इसी तरह से अत्यधिक नमक का सेवन भी लिवर के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह लिवर की कोशिकाओं में सूजन और उच्च रक्तचाप को बढ़ावा देती है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इन दोनों की मात्रा आहार में कम रखें।