इमरान खान ने हत्या की साजिश में शामिल दूसरे अधिकारी के नाम का खुलासा करने की धमकी दी
लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने ऊपर हुए हमले के मामले में दूसरे सैन्य अधिकारी के नाम का खुलासा करने की बुधवार को धमकी दी। उन्होंने दावा किया कि दूसरे सैन्य अधिकारी ने मेजर जनरल फैसल नसीर के साथ मिलकर नियंत्रण कक्ष से उनपर हमला करने की योजना की निगरानी की थी।
गौरतलब है कि 70 वर्षीय खान पर गुरुवार को पंजाब प्रांत के वजीराबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार के खिलाफ ‘लॉन्ग मार्च’ के दौरान हमला हुआ था, जिसमें उनके दाहिने पैर में गोलियां लगी थीं। पूर्व प्रधानमंत्री खान ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या की भयावह साजिश में शामिल थे, इसी तरह पंजाब के पूर्व राज्यपाल सलमान तासीर की 2011 में एक धार्मिक चरमपंथी ने हत्या कर दी थी।
खान ने ट्वीट कर कहा कि मैं दूसरे अधिकारी के नाम का भी खुलासा करूंगा जो तीन नवंबर को दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक मेजर जनरल फैसल नसीर के साथ साजिश को अंजाम दिए जाने की निगरानी कर रहा था। नसीर इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के काउंटर इंटेलिजेंस विंग के प्रमुख हैं।
खान ने कहा कि मैंने लगभग दो महीने पहले मेरे खिलाफ रची गई हत्या की साजिश का पता लगा लिया था और 24 सितंबर को आरवाईके (रहीम यार खान) और सात अक्तूबर को मियांवाली में सार्वजनिक रैलियों में इसका पर्दाफाश किया था। वजीराबाद में मेरी हत्या का प्रयास उसी पटकथा का अनुसरण था। गोली लगने के बाद शौकत खानम अस्पताल में इमरान खान की सर्जरी हुई।
उन्हें पिछले रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और उन्हें लाहौर में उनके जमन पार्क स्थित आवास पर ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें चार से छह हफ्ते तक आराम करने की सलाह दी है। पंजाब पुलिस ने फायरिंग की प्राथमिकी तो दर्ज कर ली है, लेकिन खान द्वारा नामित तीन संदिग्धों के नाम प्राथमिकी में शामिल नहीं किए हैं। दिलचस्प बात यह है कि पंजाब में खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) गठबंधन सरकार में शामिल है।