एक दिन में 17 ओमिक्रॉन संक्रमित, राजस्थान में नौ, महाराष्ट्र में सात केस
नई दिल्ली: देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ते जा रहा है। यहां रविवार को एक ही दिन में ओमिक्रॉन के 17 मामले सामने आए हैं। इसमें महाराष्ट्र के सात, राजस्थान के नौ और दिल्ली का एक केस शामिल है। इसके साथ देश में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। अब तक राजस्थान में नौ, महाराष्ट्र में आठ, कर्नाटक में दो, दिल्ली-गुजरात में एक-एक केस मिले हैं।
महाराष्ट्र में रविवार को सात लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई। इनमें एक महिला और उसकी दो बेटियां भी शामिल हैं, जो नाइजीरिया से पिंपरी चिंचवाड़ इलाके में रहने वाले अपने भाई से मिलने आई थी। उनके भाई और उनकी दो बेटियों में भी वैरिएंट की पुष्टि हुई है। वहीं, एक अन्य मामला पुणे के एक व्यक्ति का है जो पिछले महीने के अंतिम सप्ताह में फिनलैंड से लौटा था। इससे पहले ठाणे जिले के एक 33 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया था।
राजस्थान में रविवार को नौ लोगों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। राज्य के चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि विभाग ने दक्षिण अफ्रीका से आए एक परिवार के चार लोगों को पूर्व में ही जयपुर के आरयूएचएस में भर्ती करवा दिया था। इनमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। उनके संपर्क में आए पांच अन्य लोग भी संक्रमित पाए गए हैं, इन्हे भी आरयूएचएस में भर्ती कराया गया है।
राजधानी दिल्ली में भी रविवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। संक्रमित मरीज को लोकनायक अस्पताल में आईसोलेट कर इलाज किया जा रहा है। विदेशों से आए लोगों में से 17 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। 12 सैंपल की जीनोम सिक्वेन्सिंग हुई है। जिसमें एक मरीज में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
देश में बीते गुरुवार यानी दो दिसंबर को पहली बार कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 2 दिसंबर को कर्नाटक में इस वैरिएंट के दो मामले सामने आए थे। इनमें एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक था और दूसरा स्थानीय स्वास्थ्यकर्मी। हालांकि, मंत्रालय ने लोगों से दहशत का माहौल न बनाने और कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की थी।