2024 की जंग से पहले एक्शन में PM मोदी, मंत्रियों को दिया ‘मंत्र’, सांसदों की होगी समीक्षा
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है. साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को मंत्र दिया है. पीएम मोदी ने साफ कहा है कि अगला चुनाव वंचितों को ध्यान में रखकर होगा, ऐसे में अपने मंत्रालय की नीतियों को उन्हीं के तहत बनाएं.
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वह अपने क्षेत्र में गरीब, शोषित और वंचित वर्ग पर विशेष ध्यान दें, साथ ही योजनाओं को गरीब और मिडिल क्लास पर फोकस करते हुए ही बनाएं. पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों को अपने क्षेत्र में छोटी बैठकें, सेमिनार करने के भी निर्देश दिए हैं.
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों से कहा है कि वह मंत्रालय में प्रोग्रेसिव और क्रिएटिव आइडिये पर फोकस करें और इसी नीति के साथ आगे बढ़ें. बता दें कि बीजेपी अब पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है, जिसकी अगुवाई खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव होने में अब एक साल से भी कम का वक्त बचा है, ऐसे में पीएम मोदी फुल एक्शन मोड में हैं.
मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर पार्टी भी अपने स्तर पर काफी एक्टिव है. बीजेपी ने जो महाजनसंपर्क अभियान चलाया था, उसमें सांसदों की भागीदारी को लेकर अब समीक्षा बैठक की जाएगी. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा इस विषय पर बीजेपी सांसदों के साथ बैठक कर सकते हैं, ये मीटिंग 4 जुलाई को होगी.
सूत्रों के मुताबिक, सभी सांसदों को अपने अभियान और काम की जानकारी नमो ऐप में अपलोड करने के लिए कहा गया है, इसी के आधार पर सभी की रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इसके साथ-साथ सोशल मीडिया पर सभी सांसदों की भागीदारी की भी रिपोर्ट बननी है, इस रिपोर्ट का असर लोकसभा चुनाव 2024 के टिकट बंटवारे पर भी पड़ सकता है.
विदेश यात्रा से वापस आने के बाद से ही पीएम मोदी एक्शन मोड में हैं और लगातार बैठकें कर रहे हैं. बुधवार को भी पीएम आवास पर मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्रियों और भाजपा के सीनियर नेताओं के साथ पीएम मोदी की मीटिंग हुई थी. इस मीटिंग केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन मंत्री बीएल संतोष समेत अन्य नेता शामिल रहे.
इस मीटिंग में समान आचार संहिता (UCC), सरकार और संगठन में बदलाव, विधानसभा और लोकसभा चुनाव समेत अन्य अहम मसलों पर चर्चा हुई. माना जा रहा है कि आने वाले चुनावों को देखते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुछ बदलाव हो सकते हैं, साथ ही कुछ राज्यों में भी पार्टी स्तर पर बदलाव देखने को मिल सकते हैं.