मध्य प्रदेशराज्य

बेगमगंज में हर किसान की कृषि भूमि को मिलेगा सिंचाई के लिये जल- मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेगमगंज में किसी भी किसान की जमीन बिना सिंचाई के नहीं रहेगी और बीना नदी परियोजना से हर घर में जल पहुँचाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को रायसेन जिले के बेगमगंज में लगभग 500 करोड़ रूपये की लागत के हर घर जल, सिंचाई और अन्य विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भगवान ने हवा, पानी और जमीन सबके लिए बनाई है। हर गरीब को आवास की जमीन का पट्टा देकर जमीन मालिक बनाना हमारा संकल्प है। भू-अधिकार योजना में 36 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। हम गुंडों, माफियाओं से अवैध रूप से हथियाई जमीन जब्त करेंगे और गरीबों को बाटेंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब कल्याण की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किया है। शनिवार को प्रदेश के साढ़े 7 करोड़ परिवारों के खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि डाली जाएगी। मुख्यमंत्री ने आँगनवाड़ी को सशक्त बनाने के लिए चलाई गई मुहिम का उल्लेख करते हुए समाज के सभी वर्गों का आहवान किया कि बच्चों को पोषित करने की जवाबदारी समाज ले।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनता के कल्याण और प्रदेश के विकास में पैसों की कमी नहीं आने दी जाएगी। यह हमारा संकल्प है कि प्रदेश में कोई भी गरीब पक्के मकान के बिना नहीं रहेगा। सबको प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा। सभी वर्गों का विकास और कल्याण हमारी प्राथमिकता है। बेटी की शादी, बीमारी का इलाज, युवाओं को रोजगार, बच्चों की शिक्षा, सब मामा करवाएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री सुउमा भारती के कार्यो को तपस्या बताते हुए कहा कि वे जन-कल्याण के लिए हर पल परिश्रम की पराकाष्ठा करेंगे। इससे पहले सुभारती ने मुख्यमंत्री चौहान की सरकार की सराहना की और कहा कि शिवराज जी सेवा के रूप में तपस्या कर रहे है। कार्यक्रम को मंत्री और पूर्व मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद रमाकांत भार्गव और क्षेत्रीय विधायक और पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने भी सम्बोधित किया।

मुख्यमंत्री चौहान द्वारा गोरखा से सिमरिया तक 77 लाख 99 हजार रुपए की लागत के 2.692 किमी लंबे मार्ग, 94 लाख 26 हजार रुपए की लागत के नकातरा से पटी तक 2.65 किमी लंबे मार्ग, टी – 1 (भोपाल विदिशा रोड) से नरोदा तक 35 लाख 49 हजार रुपए की लागत के एक किमी लंबे मार्ग, ग्रेवल मार्ग 151 से केसली तक 83 लाख 44 हजार रुपए लागत के 2.88 किमी मार्ग, टी-5 से चौका तक 39 लाख 96 हजार रुपए लागत के 0.65 किमी मार्ग, रिमझा से पाला बम्होरी तक 150 लाख 09 हजार रुपए की लागत के 5.36 किमी मार्ग, टिकारी बम्होरी से नारायणपुर तक 102 लाख 14 हजार रुपए लागत के 3.66 किमी मार्ग, टी-1 से पथाकरैया पथाकलां तक 93 लाख रुपए लागत के 3 किमी लंबे मार्ग, परासिया से नगपुरा तक 108 लाख रुपए लागत के 3.50 किमी मार्ग, सिलवानी रोड से साजखेड़ा तक 35 लाख 26 हजार रुपए लागत के 1.10 किमी मार्ग का, मवई से कंजेला तक 41 लाख 33 हजार रुपए लागत के 1.20 किमी, चांदबड़ से बेरखेड़ी तक 85 लाख रुपए लागत से 1.80 किमी, खरबई से मेंडोरी तक 35 लाख 41 हजार रूपए लागत के 1.10 किमी, मानपुर रोड से पाछीपुरा तक 68 लाख 62 हजार लागत के 1.95 किमी, विनायकपुर से मुंधलाबेर तक 85 लाख 57 हजार रुपए लागत के एक किमी, बदगवाँ मुजाफता से तिनसाई तक 93 लाख 70 हजार रुपए लागत के 3.25 किमी मार्ग का शिलान्यास किया गया।

मुख्यमंत्री ने टेकापार खुर्द लघु सिंचाई योजना अनुमानित लागत 2311 लाख 36 हजार रुपए प्रस्तावित सिचाई क्षमता 725 और 1415 लाख 17 हजार रुपए लागत की बेरखेड़ी जोरावर लघु सिंचाई योजना प्रस्तावित सिंचाई क्षमता 420 हेक्टेयर का शिलान्यास किया। गोपाई से चैनपुर तक 47 लाख 43 हजार रुपए लागत के 10 मीटर सूपान पुलिया निर्माण, शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बेगमगंज के 9.957 करोड़ रुपए लागत से निर्मित भवन और बेगमगंज बस स्टेंड पर 86 लाख रुपए लागत की विद्युत पोल स्ट्रीट लाइट का लोकार्पण किया। ग्राम साईंखेड़ा में 212 लाख 11 हजार रुपए लागत के रेट्रोफिटिंग नल-जल प्रदाय योजना का शिलान्यास किया। इनके अतिरिक्त अन्य विकास कार्यों का भी लोकार्पण किया गया।

प्रतिमा का अनावरण

मुख्यमंत्री चौहान ने बेगमगंज में महाराणा प्रताप, रानी अवंती बाई, माँ कर्मा और बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण भी किया।

लाड़ली लक्ष्मियों ने प्यारे मामा मुख्यमंत्री चौहान को लिखा पत्र

कन्या पूजन के समय लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं ने अपने प्यारे मामा मुख्यमंत्री चौहान को पत्र लिखकर दिया। एक बालिका ने कहा कि – “मामा जी आपको धन्यवाद, आप के कारण मैं लाडली लक्ष्मी बनी और मुझे छठवीं कक्षा में छात्रवृत्ति मिल रही है।” मुख्यमंत्री चौहान ने सभी बालिकाओं को आशीर्वाद दिया और आगे खूब पढ़ाई करने को कहा।

प्रदर्शनी का अवलोकन

मुख्यमंत्री चौहान ने पोषण प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कहा कि “मैं इन वस्तुओं को अपने साथ ले जाऊंगा और घर पर खाऊंगा।” मुख्यमंत्री ने जाम, गाजर, खजूर, आम आदि पोषण वाटिका में उगाई गई पौष्टिक व्यंजनों की थाली पसंद की।

पूर्व मुख्यमंत्री सुउमा भारती, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद रमाकांत भार्गव, विधायक रामपाल सिंह और जालमसिंह पटेल भी उपस्थित थे।

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