बेंगलुरु में पुलिस बनकर बदमाशों ने जांच के नाम पर लूटे एक करोड़, आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली । बेंगलुरु पुलिस (Bengaluru Police) ने एक सनसनीखेज लूट की घटना में तेज कार्रवाई करते हुए आठ लुटेरो (Robbers) को धर दबोचा है। इनके कब्जे से लूटे गए 1.1 करोड़ रुपये भी बरामद की है। पुलिस के मुताबिक, राजस्थान निवासी मोतराम (45) और उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी शनिवार शाम को कार से हुलिमावू इलाके में पहुंचे थे। वे यहां टुमकुरु के सुपारी कारोबारी हेमंत को पैसे देने आए थे। तभी दो संदिग्ध व्यक्ति उनके पास आ धमके और खुद को पुलिसकर्मी बताकर पूछताछ शुरू कर दी।
आरोपियों ने दावा किया कि उन्हें जांच के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग करनी है। एक ने कार, हेमंत, दंपती और पैसे के थैलों का वीडियो बना लिया। जब पीड़ितों ने विरोध किया तो लुटेरों ने हेमंत और महिला पर हमला बोल दिया तथा नकदी के बैग छीनने की कोशिश की। डरकर दंपति ने कार लॉक कर ली और मौके से भाग निकले, लेकिन दोनों आरोपी बाइक पर उनका पीछा करते हुए उन्हें रोक लिया। इस दौरान उन्होंने जानबूझकर कार के पिछले हिस्से से ठोकर भी मारी। घबराहट में मोतराम ने यू-टर्न लिया और एक सुनसान प्लॉट के पास वाहन खड़ी कर दिया।
फिर दोनों बदमाशों ने हेमंत और मोतराम को जबरन कार से घसीटकर बाहर निकाल लिया, जबकि लक्ष्मी देवी पैसे के थैलों को सीने से लगाए कार में ही छिपी रहीं। इसी बीच एक ने दोबारा हेमंत पर प्रहार किया। तभी वहां तीन-चार और साथी आ गए। लुटेरों ने हेमंत और राजस्थानी दंपती को जबरन खाली प्लॉट पर बने एक शेड में घसीट लिया। उन्होंने पीड़ितों के मोबाइल फोन छीन लिए और धमकी दी कि 10 लाख रुपये न दिए तो नहीं छोड़ेंगे। इनकार पर बदमाशों ने करीब दो घंटे तक सभी को बंधक बनाए रखा। आखिरकार गैंग ने 1.01 करोड़ रुपये लूट लिए, साथ ही उनकी कारें और फोन भी ले लिए।
वहीं, वारदात की सूचना मिलते ही हेमंत और दंपति ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। तुरंत मौके पर पहुंची पुलिस ने सख्ती से छापेमारी की और आठों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। लूटी गई नकदी के अलावा कारें-बाइकें भी बरामद हो गईं। गिरफ्तार बदमाशों में नरसिम्हा (34), जीवन (27), किशोर (30), वेंकटराजू (28), चंदिरन (33), कुमार (36), रवि किरण (33) और नमन (18) शामिल हैं। इनमें से किशोर और वेंकटराजू पहले से हत्या व लूट के अलग-अलग मामलों में फरार थे।