लुधियाना : कोलकाता के आर.जी. कर मैडीकल कॉलेज एवं अस्पताल में द्वितीय वर्ष की पोस्ट ग्रैजुएट स्टूडैंट के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में देशभर में डॉक्टरों में गहरा रोष है। इस सिलसिले में इंडियन मैडीकल एसो. के आह्वान पर सरकारी व निजी अस्पतालों में ओ.पी.डी. सेवाएं बंद रही सुबह लगभग 1000 से अधिक डॉक्टरों ने आई.एम.ए. हाऊस से फिरोजपुर रोड तक रोष मार्च किया और कोलकाता में हुए डॉक्टर के साथ दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की आई.एम.ए. लुधियाना के अध्यक्ष डॉ. प्रीतपाल सिंह ने कहा कि यह पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था को दर्शाता है।
इस जघन्य कृत्य में शामिल सभी अपराधियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए ताकि देश के कानून में एक बार फिर से विश्वास बहाल हो सके। यह भी कहा गया कि इस संकट को पश्चिम बंगाल के रैजिडैंट डॉक्टरों और चिकित्सा पेशेवरों की संतुष्टि के लिए हल किया जाना चाहिए। संयोजक डॉ. मनोज के सोबती ने कहा कि पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटों की संख्या और प्रकार से ऐसा लगता है कि अपराध में कई लोग शामिल हैं। उन्होंने मांग की कि पुलिस जांच की निगरानी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा की जानी चाहिए।
इस अवसर पर इंडियन डैंटल एसो.,पी.सी.एम.एस. एसो., लुधियाना ऑब्स एंड गायनी एसो., लुधियाना सिटीजन काऊंसिल, वॉव वुमन एसो., ई.के. ए.एस.एस., रोटरी क्लब हार्मनी, ऑल इंडिया इंटीग्रेटेड मैडीकल एसो., रैजिडैंट डॉक्टर्स एसो., सिटी नीड्स जैसे कई संगठन और एन.जी.ओ. आई.एम.ए. हाऊस में आए और इस मुद्दे को पूरा समर्थन दिया और इस मुश्किल घड़ी में साथ खड़े रहने का वायदा किया।
फिरोजपुर रोड किया जाम
आई.एम.ए. हाऊस से फिरोजपुर रोड तक रोड मार्च निकाला और करीब आधे घंटे तक पूरी फिरोजपुर रोड को जाम कर दिया गया और बड़ी संख्या में महिला डॉक्टर्स सड़कों पर उतर आई। इस जघन्य कृत्य की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया तथा आई.एम.ए. लुधियाना ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि इसमें शामिल सभी दोषियों को पकड़ा जाए, दोषियों के खिलाफ त्वरित सुनवाई सुनिश्चित की जाए तथा उन्हें कठोरतम सजा दी जाए।
दयानंद मैडीकल कॉलेज व अस्पताल के डॉक्टरों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि जो दूसरों की जान बचाते हैं उन्हें आज अपनी जान बचानी मुश्किल नजर आ रही है अस्पताल के मैडीकल सुपरिटैंडैंट डॉक्टर संदीप शर्मा ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण मामले में दोषियों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाना चाहिए इस स्तर पर अस्पताल के डॉक्टरों ने एक रोष मार्च निकाला चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. अश्विनी के. चौधरी, डॉ. संदीप शर्मा औरडॉ. विश्व मोहन ने न्याय की गुहार लगाई और कहा कि अस्पतालों और हर जगह इलाज करने वाले हाथों की सुरक्षा होनी चाहिए।
अस्पतालों की ओ.पी.डी. रही बंद, मरीज परेशान
शहर के लगभग सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में आज ओ.पी.डी. सेवाएं बंद रही जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा परंतु इमरजैंसी सेवाएं आम दिनों की तरह जारी रही फॉर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों तथा स्टाफ ने भी अपनी ओ.पी.डी. में सेवाएं बंद रखकर अस्पताल के बाहर रोष प्रदर्शन किया। वही दीपक अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ तथा पैरा मैडीकल स्टाफ ने भी एक मार्च निकालकर घटना पर गहरा दुख और रोष का प्रदर्शन किया।
होम्योपैथिक डॉक्टर भी हुए शामिल
कोलकाता के आई.जी. कर अस्पताल में हुए पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में होम्योपैथिक चिकित्सक भी गुस्से में दिखे उन्होंने बीच घटना की निंदा करते हुए दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की।