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हाथरस में पीड़ित परिवार ने पत्र जारी कर कहा-न करें किसी भी तरह का धरना, प्रदर्शन

हाथरस : जिले के बूलगढ़ी गांव में बेटी गंवाने के बाद मचे शोर को थामने का प्रयास पीड़ित परिवार ने किया है। बेटी के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी मौत से बेहद आहत परिवार अब थोड़ा शांति चाहता है। पीड़िता के पिता ने इस बाबत एक पत्र जारी कर लोगों से अब किसी की प्रकार का धरना प्रदर्शन न करने का आह्वान किया है। पीड़िता के स्वजन का कहना है कि न बेटी बची और न घर की परंपरा। लड़की के पिता ने एक पत्र जारी कर लोगों से धरना-प्रदर्शन न करने की अपील की है।

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पुलिस के जरिए यह पत्र जारी किया गया है। जिसमें पिता की ओर से कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी दूरभाष हुई वार्ता में उन्होंने हमारे परिवार की सारी मांगों को मांगने के साथ बेटी के साथ दुष्कर्म तथा हत्या के प्रकरण में हमको न्याय दिलाने का पूरा भरोसा दिया है। मैं मुख्यमंत्री के अश्वासन से संतुष्ट हूं। मैंने उनका आभार भी प्रकट किया है। अब लोगों ने अपील है कि किसी भी प्रकार का कोई बवाल न करें।

इस मामले में नामजद संदीप को गिरफ्तार जेल भेज दिया गया। 20 सितंबर को विवेचक सीओ पीड़िता के बयान दर्ज करने गए थे तब उसने छेड़छाड़ की बात और कही थी। इसे विवेचना में शामिल करते हुए आरोपित पर छेड़छाड़ की धारा बढ़ा दी थी। दो दिन बाद पीड़िता फिर से बयान देने को तैयार हुई तब उसने सामुहिक दुष्कर्म की बात कही और चार आरोपितों को नामजद किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपितों को जेल भिजवाया। थाना चंदपा से महज 500 मीटर दूर इस गांव में पुलिस किसी को गांव में जाने की अनुमति नहीं दे रही है।

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार और एसपी विक्रांतवीर ने पीड़िता के स्वजन को न्याय दिलाने का भरोसा दिया। एसपी विक्रांतवीर ने बताया कि इस मामले में जानलेवा हमले की धारा को हत्या में तरमीम कर दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी विवेचना में शामिल कर जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इस मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर जल्द ही न्याय दिलाया जाएगा। एसपी विक्रांतवीर ने बताया कि 14 सितंबर को सुबह 10:30 बजे पीड़िता भाई और मां के साथ कोतवाली आई थी। तब स्वजन ने गला दबाकर मारने की कोशिश की बात कही थी। एक घंटे के भीतर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। पीड़िता को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। यहां से अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

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