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जयपुर : सर्जरी में युवक के पेट से निकले घड़ी और नट-बोल्ट, डॉक्टरों ने ऐसे बचाई जान

जयपुर : शहर के SMS हॉस्पिटल में सोमवार को एक बेहद ही अनोखी और चुनौतीपूर्ण सर्जरी हुई, जिसमें नागौर (Nagaur) के 34 वर्षीय युवक के पेट और आंत से घड़ी, नट-बोल्ट, रबड़, कंचा और लोहे के टुकड़े निकाले गए। यह ऑपरेशन लगभग 3 घंटे तक चला और डॉक्टरों (doctors) की टीम ने मरीज की जान बचाने के लिए वीडियो असिस्टेड थोरेसिस सर्जरी (VATS) पद्धति का इस्तेमाल किया।

जानकारी के अनुसार, युवक ने कुछ दिन पहले नट-बोल्ट निगल लिए थे। इसके बाद उसने घड़ी भी निगल ली, जो उसकी खाने की नली (आहार नली) में फंस गई। इस कारण उसे लगातार उल्टी और पेट में तेज दर्द की समस्या होने लगी। डॉक्टरों के अनुसार, युवक इस दौरान सामान्य रूप से खाना भी नहीं खा पा रहा था। युवक को परिजनों ने 9 अक्टूबर को इमरजेंसी में भर्ती कराया। यहाँ मरीज की जांच करने पर पता चला कि उसके आहार नली, पेट और बड़ी आंत में विदेशी वस्तुएं फंसी हुई हैं।

डॉ. शालू गुप्ता, हेड ऑफ जनरल सर्जरी यूनिट, SMS हॉस्पिटल ने बताया कि शुरू में एंडोस्कोपी के जरिए फंसी हुई चीजों को निकालने का प्रयास किया गया। हालांकि, दो बार प्रयास करने के बावजूद सफलता नहीं मिली। इसके बाद डॉक्टरों ने वीडियो असिस्टेड थोरेसिस सर्जरी (VATS) का सहारा लिया।

डॉ. गुप्ता ने बताया, “सर्जरी के दौरान मरीज की छाती के आसपास 3-4 छोटे छेद किए गए, और वहां से कैमरा और दूरबीन डाला गया। वीडियो कैमरे की मदद से पूरे शरीर की जांच की गई, तो पाया गया कि खाने की नली में घड़ी फंसी हुई थी। बड़ी आंत में नट-बोल्ट और लोहे के टुकड़े मौजूद थे।” इसके बाद डॉक्टरों ने पेट में एक छोटा चीरा लगाकर सभी फंसी हुई वस्तुओं को सावधानीपूर्वक बाहर निकाला। सर्जरी के दौरान टीम ने विशेष उपकरणों और कैमरा तकनीक का इस्तेमाल किया ताकि मरीज को अधिक से अधिक सुरक्षित रखा जा सके।

डॉ. गुप्ता ने कहा कि यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर मामला था। उन्होंने बताया कि अक्सर लोग किसी न किसी कारण से ऐसी वस्तुएं निगल लेते हैं, जिससे पेट और आंत में गंभीर चोट या संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा, “यदि समय पर इलाज न होता, तो यह मामला जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकता था। ऐसे मामलों में तुरंत मेडिकल हेल्प लेना बेहद जरूरी है।” सर्जरी के बाद युवक की स्थिति स्थिर है और वह धीरे-धीरे रिकवरी कर रहा है। डॉक्टरों ने उसे कुछ दिनों तक निगरानी में रखने की सलाह दी है।

इस घटना ने डॉक्टरों की तकनीकी दक्षता और हाई-टेक सर्जरी की क्षमता को उजागर किया है। SMS हॉस्पिटल की टीम ने न केवल मरीज की जान बचाई, बल्कि जटिल ऑपरेशन को सुरक्षित और सफलतापूर्वक पूरा किया।

  • मरीज ने पेट में घड़ी, नट-बोल्ट, रबड़, कंचा और लोहे के टुकड़े निगल लिए थे।
  • शुरुआत में एंडोस्कोपी असफल रही।
  • वीडियो असिस्टेड थोरेसिस सर्जरी (VATS) से सफल ऑपरेशन हुआ।
  • मरीज की रिकवरी लगातार जारी है।

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