मसूरी(सुनील सोनकर): मसूरी में ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025 के तहत मसूरी सीओ अनिल जोशी की अध्यक्षता में मसूरी लंढौर क्षेत्र के हवा घर में गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें मसूरी में नशे को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। गोष्ठी में विस्तार से नषे के बारे चर्चा की। इस दौरान 2025 तक देवभूमि को नशा मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया ।सीओे मसूरी अनिल जोशी ने बताया कि पुलिस हर मोर्चे पर नशे के बढ़ते चलन को रोकने के लिए काम कर रही है परंतु बिना जन सहभागिता के ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन को कामयाब किया करना संभव नहीं है आम सहभागिता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा ड्रग्स माफिया पर कार्रवाई के लिए त्रिस्तरीय टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) दोनों रेंज में काम करेगी। यह दोनों यूनिट नार्को कॉर्डिनेशन सेंटर (एनकॉर्ड) की निगरानी में काम करेगी। एएनटीएफ ड्रग्स तस्करों पर कार्रवाई के साथ संपत्तियां भी जब्त कर सकेगी। दोनों टास्क फोर्स कई स्तरों पर जागरूकता अभियान और नशे के जाल में फंसे लोगों को निकालने का भी काम करेगी। सीओ मसूरी अनिल जोषी ने कहा कि ड्रग्स हमारे समाज का सबसे बड़ा अभिशाप है. किसी भी परिवार का बच्चा यदि नशे के जाल में फंस जाता है तो उस परिवार के जीवन भर की कमाई बर्बाद हो जाती है. नशे की गर्द में अच्छे-अच्छे परिवार बर्बाद हो जाते हैं.
उन्होने कहा कि ड्रग्स को पूरी तरह से नष्ट करना हमारी जिम्मेदारी है. जिसमें जन सहभागिता भी जरूरी है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अपने आसपास के क्षेत्र में जहां भी नशे की लत में बच्चों को चिन्हित किया जाए वही जो लोग इस कारोबार में लिप्त हैं उनको भी चिन्हित कर पुलिस को बताया जाए जिससे कि उन पर समय रहते कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि हर शनिवार को सभी थाने स्तर पर नशे को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा।