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चीन की कंपनी Vivo को खरीदने की तैयारी में टाटा ग्रुप, ऑफर से ज्यादा की रखी मांग

नई दिल्‍ली : टाटा ग्रुप चीन की स्मार्टफोन कंपनी वीवो (Vivo) की भारतीय इकाई में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के मूड में है। इस संबंध में टाटा ग्रुप एडवांस लेवल पर बातचीत कर रहा है। यह बातचीत मूल्यांकन को लेकर हो रही है। चीन की कंपनी टाटा के ऑफर से ज्यादा की मांग कर रही है। मनीकंट्रोल की एक खबर में सूत्र के हवाले से बताया गया है कि टाटा की डील में रुचि है लेकिन अब तक कुछ भी तय नहीं हुआ है। टाटा संस और वीवो इंडिया की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है।

यह खबर ऐसे समय में आई है जब सरकार की सख्ती के बाद चीन की कंपनी वीवो भारत में मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन सहित अपने संचालन में घरेलू कंपनियों को शामिल करने के विकल्प तलाश रही है। मनीकंट्रोल के मुताबिक देश में बढ़ती जांच के बीच चीन की कंपनियां- वीवो और ओप्पो अपनी स्थानीय इकाइयों के लिए भारतीय कंपनियों से बातचीत कर रहे हैं। दरअसल, भारत सरकार चाहती है कि चीनी हैंडसेट कंपनी के साथ संभावित ज्वाइंट वेंचर में भारतीय साझेदार की हिस्सेदारी कम से कम 51 प्रतिशत हो। सरकार यह भी चाहती है कि ज्वाइंट वेंचर में स्थानीय नेतृत्व और स्थानीय वितरण हो।

बता दें कि कथित तौर पर टैक्स का भुगतान करने से बचने के लिए अपने राजस्व की बड़ी मात्रा अपने चीनी मूल कंपनी को भेजने के लिए वीवो की जांच चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के कथित उल्लंघन के लिए भी कंपनी की जांच की जा रही है।

रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के मुताबिक वीवो इंडिया ने वित्त वर्ष 2023 में परिचालन से 29,874.90 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ 211 करोड़ रुपये का अपना दूसरा सबसे बड़ा मुनाफा दर्ज किया है। वहीं, वित्त वर्ष 2022 में यह 26,971.11 करोड़ रुपये था। इस कंपनी वित्त वर्ष 2022 में 123 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया।

टाटा समूह ने अपनी सहायक कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के जरिए भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में प्रवेश किया है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने पिछले नवंबर में 125 मिलियन डॉलर (1,000 करोड़ रुपये) में ताइवानी विस्ट्रॉन के स्थानीय परिचालन का अधिग्रहण किया था, जो आईफोन बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई। समूह अब चेन्नई के पास अपनी आईफोन मैन्युफैक्चरर यूनिट में बहुमत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए Apple कॉन्ट्रैक्टर मेकर Pegatron के साथ बातचीत कर रहा है।

इस बीच, ग्रेटर नोएडा में वीवो की मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री को भगवती प्रोडक्ट्स (माइक्रोमैक्स) ने अपने कब्जे में ले लिया है। इस कंपनी ने कर्मचारियों को नियुक्त करना शुरू कर दिया है और जल्द ही हुआकिन के साथ अपने ज्वाइंट वेंचर के माध्यम से वीवो के लिए स्मार्टफोन का उत्पादन शुरू कर देगी। भगवती और हुआकिन के बीच इस ज्वाइंट वेंचर को भारत सरकार से मंजूरी का इंतजार है। बता दें कि हुआकिन टेक्नोलॉजी मोबाइल, टैबलेट और लैपटॉप के लिए दुनिया की सबसे बड़ी मूल डिजाइन निर्माता (ओडीएम) है।

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