पूर्वांचल में सरयू, राप्ती समेत कई नदियां हुईं विकराल, सैकड़ों गांव पानी से घिरे
गोरखपुर-बस्ती मंडल में सरयू, राप्ती, गोर्रा, आमी सहित आधा दर्जन से ज्यादा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गांव के गांव जलमग्न हो गए हैं। आवागमन बाधित है। तटीय इलाकों में दहशत व्याप्त है। प्रशासन को नावें लगानी पड़ी हैं। पशुओं के चारे का संकट गहरा गया है। वहीं लगातार बारिश से शहरी इलाकों में भीषण जलजमाव से लोग दुश्वारियां झेल रहे हैं। गली-मोहल्लों, सड़कों पर कई फुट पानी जमा है। लोगों के घरों के अंदर तक पानी पहुंच गया है। स्कूल-कॉलेज, सरकारी दफ्तर से लेकर अस्पताल तक जलभराव है।
गोरखपुर में सरयू, राप्ती और गोर्रा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। रोहिन और कुआनो का पानी भी तेजी से बढ़ रहा है। बाढ़ से जिले के 125 गांव प्रभावित हैं। ग्रामीणों की मदद के लिए 154 नावें लगाई गई हैं। जिला प्रशासन द्वारा गांवों में राहत सामग्री बंटवाई जा रही है। बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने पशुओं के साथ बंधों पर आ गए हैं। पशुओं के लिए चारे की भी व्यवस्था कराई जा रही है। शहर के कई मोहल्ले जलभराव से जूझ रहे हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी जलभराव हो गया है। डॉक्टरों के आवास तक पानी पहुंच गया है।
सिद्धार्थनगर में राप्ती व बूढ़ी राप्ती 10 दिनों से लाल निशान पार कर कोहराम मचाए हुए हैं। बाकी नदियों में के जलस्तर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। जिले के इटवा, डुमरियागंज, उस्का क्षेत्र में बाढ़ का सर्वाधिक असर है। हजारों बीघा धान की फसल डूब कर लगभग सड़ चुकी है। गांवों और स्कूलों में पानी भरा है। संतकबीरनगर में आमी नदी की उफान से बघौली के दर्जनों गांव पानी से घिरे हैं। चन्दनी-पड़री मार्ग कट गया है। देर रात से शुरू हुई भारी बारिश से मुख्य सड़क से लेकर मोहल्लों तक घुटनों तक पानी भर गया है। बस्ती में सरयू नदी का जलस्तर घटने लगा है बंधों पर कटान का दबाव बना हुआ है। गुरुवार भोर से शुरू हुई बारिश करीब पांच घंटे तक जारी रही। इससे सड़कों पर भारी जलजमाव हो गया। यातायात घंटेभर तक बाधित रहा।
महराजगंज में राप्ती नदी रिगौली में खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है तो प्यास और चंदन नदी भी उफान पर है। बारिश से कोल्हुई के सर्राफा मार्केट सोनारी गली में कीचड़ के कारण लोगों का चलना दूभर हो गया है। नेपाल की पहाड़ियों पर बारिश से कुशीनगर में गंडक का डिस्चार्ज बढ़ गया है। नदी चेतावनी बिंदु से 35 सेंटीमीटर ऊपर बहर रही है। खड्डा रेताक्षेत्र के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। एपी तटबंध पर नदी का दबाव बना हुआ है। देवरिया के बरहज क्षेत्र में सरयू खतरे के निशान से एक मीटर 25 सेमी ऊपर बहर रही है। पानी बरहज कस्बे के कई वार्डों तक पहुंच गया।