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बदलते मौसम में खांसी-जुकाम से तुरंत राहत पाने का रामबाण इलाज अपनाये

सुबह शाम की ठंड और दोपहर में कड़क धूप, मौसम की यह उठापटक सेहत पर भारी पड़ रही है। तेजी से ऊपर-नीचे होते तापमान में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं, जो सर्दी-जुकाम, खांसी-बुखार से लेकर बैक्टीरिया एवं वायरस इंफेक्शन (संक्रमण) की वजह बनते हैं। कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जो आपके शरीर की दोस्त होती हैं।।। जी हां, जब भी शरीर में कोई परेशानी होती है तो यह बीमारियां उसे ठीक करने के लिए होती हैं। जब भी शरीर में कोई संक्रमण होता है या जैसे मौसम बदलने पर लोगों को होने वाले सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी समस्याएं आ रही हैं। सूखी खांसी वाले लोग तो परेशान नहीं हो रहे हैं, लेकिन जिन लोगों को बलगम वाली खांसी आ रही है उन्हें बार-बार कफ बन रहा है, जिसके कारण वो परेशान हो रहे हैं।अब ऐसे में सवाल यह उठाता है कि सूखी खांसी का क्या इलाज है, क्या सूखी खांसी को घरेलू नुस्खों से ठीक किया जा सकता है। तो इसका जवाब है हां।आइए जानते हैं इसके बारे में-

सिर्फ मौसम बदलने से नहीं बल्कि कई बार गले में इंफेक्शन के कारण भी बलगम वाली खांसी हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि नियमित तौर पर बलगम वाली खांसी का इलाज नहीं किया जाता तो ये कई बीमारियों की वजह बन सकता है। आइए जानते हैं कैसे खत्म की जा सकती है बलगम वाली खांसी। बलगम वाली खांसी को ठीक करने के लिए लोग कुछ खास तरह की दवाओं का सेवन करने लगते हैं। दवाइयों के अलावा आप घर पर ही कुछ प्राकृतिक चीजों को अपनाकर बलगम वाली खांसी को ठीक कर सकते हैं।

किसी भी प्रकार की बीमारी में शहद सबसे स्टीक दवा है। रात को सोने से लगभग आधे घंटे पहले 1।5 चम्मच शहद को पिएं। ऐसा करने से नींद भी अच्छी आएगी और गले का कफ भी कम हो जाएगा।

शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए विटामिन सी बहुत जरूरी माना जाता है। विटामिन सी का इस्तेमाल करने से यह शरीर के वायरस से तेजी से लड़ने में सक्षम हो पाता है। बलगम वाली खांसी में विटामिन सी युक्त फल जैसे की संतरा खा सकते हैं। संतरा खाते वक्त ध्यान रहे कि यह ठंडा न हो।

एंटीऑक्‍सीडेंट गुणों से भरपूर अदरक की चाय पीना हर किसी को बहुत पसंद होता है। दिन में 2 बार अदरक की चाय पीने से गले को आराम मिल सकता है और बलगम वाली खांसी खत्म हो सकती है।

भाप को देसी इलाज माना जाता है। नियमित तौर पर भाप लेने से चेस्ट में जमा हुए म्यूकस टूट जाते हैं। जिन लोगों को बलगम वाली खांसी होती है उन्हें दिन में कम से कम 5 मिनट तक भाप लेने की सलाह दी जाती है।

सुबह गर्म पानी के साथ काली मिर्च का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।Immunity increases.ये शरीर को बाहरी संक्रमण से बचाती है। खांसी के साथ बलगम आने पर देशी घी के साथ इसका आधा चम्मच पाउडर का सेवन लाभकारी है।

अदरक गले के लिए उम्दा औषधि है। इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व गले तथा श्वास नली को साफ कर बलगम (कफ) बाहर निकालते हैं। अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके नमक मिलाकर खाएं। अदरक के रस से खांसी-बलगम से आराम मिलेगा, नमक से बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे।

खांसी-जुकाम से निजात के लिए शहद, नींबू और चुटकी भर इलायची पाउडर मिलाकर सिरप तैयार कर लें। उसका एक-एक चम्मच तीन में चार बार सेवन करने से आराम मिलता है।

गिलोय का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह संक्रामक रोगों के अलावा बुखार, सर्दी-जुकाम ठीक करने के साथ ही खून भी शुद्ध करती है। इसके डंठल के टुकड़े करके उसका काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।

हल्दी एंटी बैक्टीरियल एवं एंटी वायरल गुणों से भरपूर होती है। इसके एंटी ऑक्सीडेंट्स तत्व बैक्टीरिया से बचाव करते हैं। हल्दी वाले दूध को पीने से सर्दी-जुकाम में तेजी से आराम मिलता है। हल्दी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।

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