छत्तीसगढ़ : गाय (Cow) के गोबर में एक नहीं हजारों गुण होते हैं। गाय के गोबर का इस्तेमाल कई जगहों पर किया जाता है। क्योंकि गाय के गोबर को बहुत ही शुद्ध माना जाता है इसलिए इसको पूजा-पाठ से लेकर खाना बनाने तक के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी इसका इस्तेमाल पेंट के तौर पर होते हुए देखा या सुना है? अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं।
दरअसल, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से एक बेहद ही खूबसूरत दृश्य सामने आया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के सरकारी भवनों में गाय के गोबर से बने जैविक पेंट का उपयोग शुरू कर दिया है। जिसके तहत सरकारी भवनों और स्कूलों में गाय के गोबर से बने पेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है और उससे दीवार को रंग कर उसे और भी ज्यादा खूबसूरत बनाया जा रहा है।
आपको बता दें कि रायपुर के डीएम ने बताया कि ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत यह पहल शुरू की गई थी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में खुशहाली आ रही है। इस पेंट का इस्तेमाल सरकारी भवनों और स्कूलों में किया जा रहा है। रायपुर कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन ने इस पेंट को सरकारी भवनों के लिए अनिवार्य कर दिया है। रायपुर में सरकारी भवनों और स्कूलों में दीवारों को पेंट करने के लिए गाय के गोबर से बने ऑर्गेनिक पेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उनका यह भी कहना है कि धीरे-धीरे हमारे इस पेंट की मांग बढ़ रही है। यहां आसपास पशुपालन है, सरकार उनसे 2 रुपए किलो गोबर खरीदती है। हम उसी से फिर पेंट बनाते हैं।