नई दिल्ली : विधानसभा चुनाव 2023 में नतीजों के दौर की शुरुआत हो चुकी है। गुरुवार को 60 विधानसभा सीटों वाले पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में मतगणना चल रही है। राज्य में 16 फरवरी को मतदान हुआ था, जिसमें राज्य की 88 फीसदी जनता ने भाग लिया। निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी थी कि राज्य में पंजीकृत कुल 28.14 लाख मतदाताओं में से करीब 24.66 लाख ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। चुनावी मैदान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, वाम दल, तृणमूल कांग्रेस, टिपरा मोथा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। साथ ही 58 निर्दलीय भी विधानसभा की सदस्यता के लिए दावा पेश कर रहे हैं।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में रुझान सामने आ रहे हैं। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी साफ बहुमत हासिल करती नजर आ रही है। फिलहाल, पार्टी 40 सीटों पर आगे है। वहीं, लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन की तालिका में भी सुधार होता नजर आ रहा है। गठबंधन 6 सीटों पर आगे चल रहा है। टिपरा मोथा ने भी 6 सीटों पर बढ़त हासिल की हुई है।
मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बारडोवली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक सिपाहीजाला जिले के धनपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वाममोर्चा पहली बार अपने पूर्व कट्टर प्रतिद्वंदी कांग्रेस के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ रहा है।
त्रिपुरा के शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड लहर नजर आ रही है। सत्तारूढ़ पार्टी अब तक 39 सीटों पर आगे चल रही है। बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 35 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि, 2013 में भाजपा का खाता भी नहीं खुला था। फिलहाल, कांग्रेस और लेफ्ट बुरी तरह पिछड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में रुझान आने जारी हैं। अब तक भारतीय जनता पार्टी साफ बहुमत हासिल करती हुई नजर आ रही है। फिलहाल, कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन 9 सीटों के नुकसान के साथ 4 सीटों पर आगे चलती हुई नजर आ रही है। जबकि, टिपरा मोथा पहली 5 सीटों पर आगे चल रही है।