दो महीने में 100 फीसदी वयस्कों को लग जाएगा कोरोना का पहला टीका
कोरोना का डर अभी कम नहीं हुआ है. संक्रमण के रोकथाम के लिए दुनिया भर में वैक्सीनेशन हो रहा है. भारत जैसी बड़ी आबादी वाले देश में भी वैक्सीनेशन को अभियान के तौर चलाया जा रहा है. अभी तक देश की आबादी में कुल टीकाकरण 75 करोड़ पार हो चुका है. वहीं अगले दो महीने में वयस्कों का एकल खुराक टीकाकरण भी 100 फीसदी तक पहुंचने वाला है. टीकाकरण का यह लक्ष्य पूरा होने के बाद भारत विश्व के उन देशों में शामिल हो जायेगा जहां लगभग शत-प्रतिशत आबादी का टीकाकरण हुआ है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल व्यस्कों की आबादी 94 करोड़ है, जिनमें से 57 करोड़ से भी अधिक लोग वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं. मंत्रालय को उम्मीद है कि इसी माह के अंत तक यह संख्या 60 से 62 करोड़ पार हो सकती है. वहीं आगामी अक्तूबर माह में 80 करोड़ से अधिक वयस्कों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिल जाएगी.
दरअसल, पहले कोरोना वैक्सीन की सीमित उत्पादन के कारण इसकी उपलब्धता सर्व सुलभ नहीं थी. लेकिन अब वैक्सीन का उत्पादन तेजी से होने लगा है राज्यों को पर्याप्त डोज उपलब्ध कराये जा रहे हैं. गुजरात में उत्पादन शुरू होने के बाद देश में कोवैक्सिन की आपूर्ति में सुधार देखने को मिल रहा है. राज्यों के पास कोवैक्सिन का भंडारण बढ़ने लगा है. मंगलवार को केंद्र ने डेढ़ करोड़ से भी अधिक वैक्सीन की नई खेप जारी की है. पिछले कुछ दिन में कंपनी की ओर से करीब 30 लाख से अधिक खुराक उपलब्ध कराई गई हैं.
दुनिया में कोरोना महामारी आतंक अभी जारी है. इससे बचाव के लिए एकमात्र वैक्सीन ही है. दुनियाभर में कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन जोरों पर चल रहा है. भारत में अब तक कोरोना के टीकों की कुल 56.64 करोड़ खुराक दी गई हैं. इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) का कहना है कि वायरस का डेल्टा वैरिएंट वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों को संक्रमित कर सकता है.
चेन्नई में ICMR के एक अध्ययन के मुताबिक यह वैरिएंट बगैर वैक्सीन लिए लोगों को तो अपने चपेट में लेगा ही साथ ही वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके लोग भी इससे महफूज नहीं हैं. हालांकि अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया है कि वो लोग जो वैक्सीनेटेड हैं इससे पॉज़िटिव हो जाते हैं तो मौत का जोखिम कम है.