देहरादून : राष्ट्रपति चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी अपना कुनबा बचाने के मोर्चे पर उलझती दिख रही है. गोवा में विधायकों की बगावत को लेकर पार्टी एक्टिव हुई तो अब उत्तराखंड कांग्रेस में भी हलचल है. उत्तराखंड में कांग्रेस के दो नेताओं ने पार्टी से किनारा कर लिया तो शाम होते-होते हरक सिंह रावत के घर पार्टी के कई दिग्गज नेताओं की बैठक हुई. हरक सिंह रावत की सक्रियता और पार्टी नेताओं की मीटिंग से कांग्रेस आलाकमान की टेंशन भी बढ़ती नजर आ रही है.
कुछ ही महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में नेताओं की आपसी कलह खुलकर सामने आ रही है. पार्टी में इस्तीफों का दौर चल रहा है तो चुनाव परिणाम के ऐलान के बाद से ही कांग्रेस से नेताओं के पलायन का सिलसिला भी. ऐसे हालात में हरक सिंह रावत के घर उत्तराखंड कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की मीटिंग की खबर ने पार्टी की मुसीबतें बढ़ा दी हैं.
बताया जाता है कि हरक सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी स्थित घर पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, लालचंद शर्मा, विजयपाल सजवान राजकुमार पहुंचे थे. कांग्रेस के इन दिग्गज नेताओं की हरक सिंह रावत के आवास पर बैठक हुई. हालांकि, इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है कि इन नेताओं की बैठक में क्या चर्चा हुई.
कांग्रेस में मचे सियासी घमासान के बीच अचानक दिग्गज नेताओं की बैठक से ये तो साफ हो गया है कि उत्तराखंड कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है. गौरतलब है कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नौ विधायक पार्टी छोड़कर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. तब भी हरक सिंह रावत सक्रिय थे और 2017 के चुनाव में शिकस्त के पीछे भी इसे बड़ा कारण माना जाता है.
कांग्रेस को ये आस थी कि 2022 के चुनाव में पार्टी सत्ता वापस पाने में सफल रहेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं और नतीजा ये निकला कि चुनावी शिकस्त के बाद से ही पार्टी में भगदड़ सी मची है. कुछ महीने पहले चुनाव नतीजे आने के बाद कई नेता पार्टी से किनारा कर चुके हैं. 11 जुलाई को भी कांग्रेस के दो नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी. अब एक बार फिर से हरक सिंह रावत की सक्रियता ने कांग्रेस आलाकमान की टेंशन बढ़ा दी है.