किन महीनों में होता है संक्रमण का खतरा सबसे अधिक, एम्स एक्सपर्ट ने बताया
नई दिल्ली: भारत में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं और इसे देखते हुए सभी लोगों के बीच डर का माहौल है। आपको बता दें कि बीते 6 महीनों के बाद रविवार को दिल्ली में कोरोना के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे में अब दिल्ली एम्स के एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना के मामलों में आई उछाल के पीछे ओमिक्रॉन वैरिएंट जिम्मेदार हो सकता है। जी दरअसल दिल्ली में बीते रविवार को कोरोना के 107 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ 10 दिनों के बाद कोरोना से एक मौत का मामला सामने आया है।
इन सभी के बीच दिल्ली में ओमिक्रॉन के 2 नए केस मिले हैं। आपको बता दें कि नए वैरिएंट के राजधानी में अब तक कुल 24 मामले हो चुके हैं। वहीं अब एम्स में कम्यूनिटी मेडिसिन प्रोफेसर संजय राय ने दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी है। जी दरअसल हाल ही में प्रोफेसर राय ने कहा, ‘ओमिक्रॉन की संक्रामकता बहुत अधिक है और जब ये वैरिएंट अतिसंवेदनशील आबादी तक पहुंचता है, तो पहले तेजी से फैलता है और फिर धीरे-धीरे इसका ग्राफ नीचे की ओर जाने लगता है। भारत में महामारी की दूसरी लहर के दौरान की ऐसी ही स्थिति देखी गई थी।’
आगे उन्होंने कहा, ‘किसी भी वायरस के लिए बहुत ज्यादा सर्दी और गर्मी में फैलना कठिन होता है लेकिन ठंड के संपर्क में आने से व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे वो वायरस की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। वायरस के लिए सबसे अच्छा तापमान 20 से 30 डिग्री के बीच होता है। इसलिए, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर, फरवरी और मार्च इस वायरस के लिए अधिक अनुकूल महीने होते हैं। इन महीनों में संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है।’