ऑस्ट्रेलिया में बढ़ता अपराध: ब्लू माउंटेन्स में जलती कार में मिला शव और कॉबलबैंक में दो बच्चों की निर्मम हत्या

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में दो दर्दनाक घटनाएं सामने आई हैं, जिन्होंने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है बल्कि देशभर में सुरक्षा और अपराध पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहली घटना न्यू साउथ वेल्स के ब्लू माउंटेन्स में हुई, जहां एक जलती हुई कार में एक अज्ञात शव बरामद हुआ। दूसरी घटना विक्टोरिया के कॉबलबैंक इलाके की है, जहां दो किशोरों की रात में निर्मम हत्या कर दी गई। दोनों घटनाएं अपने आप में भयावह हैं और पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण पहेली बन चुकी हैं।
ब्लू माउंटेन्स: जलती कार में रहस्यमय शव
7 सितंबर 2025 को सुबह लगभग 10:30 बजे, न्यू साउथ वेल्स के ब्लू माउंटेन्स क्षेत्र में बेल्स लाइन ऑफ रोड पर एक कार में आग लगी होने की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को मिली। जब आग बुझाई गई, तो वाहन के अंदर एक व्यक्ति का जला हुआ शव पाया गया। अब तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है और यह स्पष्ट नहीं है कि यह कोई दुर्घटना थी या किसी साजिश का हिस्सा।
पुलिस ने इसे एक संदिग्ध मौत मानते हुए जांच शुरू कर दी है। हाईवे पेट्रोल कमांड और होमिसाइड स्क्वॉड इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। पुलिस ने स्थानीय लोगों और यात्रियों से अपील की है कि अगर उनके पास उस समय (सुबह 10 से 10:45 के बीच) का कोई डैशकैम फुटेज हो तो वे उसे पुलिस के साथ साझा करें। यह घटना दर्शाती है कि कितनी आसानी से अपराध को दुर्घटना का रूप दिया जा सकता है। जब तक शव की पहचान और कारण स्पष्ट नहीं होता, यह मामला चिंता का विषय बना रहेगा।
कॉबलबैंक: दो बच्चों की क्रूर हत्या
इससे एक दिन पहले, 6 सितंबर की शाम को विक्टोरिया के कॉबलबैंक इलाके में दो नाबालिग लड़कों पर हमला हुआ। पीड़ितों की पहचान 15 वर्षीय डाउ अकुंग और 12 वर्षीय चोल के रूप में हुई है। वे एक बास्केटबॉल गेम के बाद घर लौट रहे थे जब उन्हें कुछ अज्ञात नकाबपोश लोगों ने घेर लिया। सीसीटीवी फुटेज में यह साफ दिख रहा है कि हमलावरों के पास माचेते (लंबे धारदार हथियार) थे और वे संगठित तरीके से बच्चों के पीछे दौड़ते नजर आ रहे हैं।
चोल को सड़क पर दौड़ते समय पीछा कर मारा गया। डाउ को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस को संदेह है कि यह हमला किसी गैंग से जुड़ा हो सकता है, लेकिन अब तक की जांच में यह सामने आया है कि पीड़ित लड़कों का किसी गैंग से कोई लेना-देना नहीं था। हमलावरों की पहचान अभी नहीं हो पाई है, और पुलिस ने जनता से सहयोग की अपील की है।
समुदाय में डर और आक्रोश
दोनों घटनाओं ने स्थानीय समुदायों को गहरे सदमे में डाल दिया है। कॉबलबैंक में माता-पिता अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। डाउ और चोल को उनके दोस्तों और कोच ने “प्रतिभाशाली और जोशीले” बालक बताया है। कई लोग सोशल मीडिया और समुदायिक बैठकों के जरिए सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं, विशेषकर युवाओं में बढ़ती चाकूबाज़ी की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए।