IND vs NZ दूसरा टेस्ट कल से, भारत पर दबाव; न्यूजीलैंड के पास इतिहास रचने का मौका
नई दिल्ली. भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला शुक्रवार से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम (India vs New Zealand 2nd Test) में खेला जाएगा. कानपुर टेस्ट (Kanpur Test) ड्रॉ होने के बाद इस टेस्ट की अहमियत और बढ़ गई है. क्योंकि जो भी टीम इस मुकाबले में जीत दर्ज करेगी, सीरीज उसी के नाम होगी. मेजबान भारत पर दबाव अधिक होगा. क्योंकि कानपुर टेस्ट में जीत की दहलीज पर पहुंचकर भी टीम इंडिया चूक गई. 1 विकेट के कारण पूरा खेल बिगड़ गया. वहीं, न्यूजीलैंड के पास इतिहास रचने का मौका होगा. अगर कीवी टीम मुंबई टेस्ट जीत लेती है तो यह उसकी भारत में पहली सीरीज जीत होगी. जबकि भारत 2012 के बाद अपने ही घर में टेस्ट सीरीज गंवाएगा. ऐसे में न्यूजीलैंड से ज्यादा भारत की जीत पर नजर होगी.
भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच भारत में अब तक 11 टेस्ट सीरीज हुई है. इसमें से 9 भारत जीता है. जबकि 2 ड्रॉ रही है. यानी कीवी टीम भारत में आज तक टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई पिछली 3 टेस्ट सीरीज भारत जीता है. 2016 में 3 टेस्ट की सीरीज में भारत ने क्लीन स्वीप किया था. 2012 में 2 टेस्ट की सीरीज में भी यही नतीजा रहा था. ऐसे में कीवी टीम के पास मुंबई टेस्ट जीतकर बड़ा इतिहास रचने का मौका है.
वैसे भी वानखेड़े स्टेडियम न्यूजीलैंड के लिए लकी साबित हुआ है. न्यूजीलैंड ने इस मैदान पर आखिरी टेस्ट 1988 में खेला था, जिसमें उसने भारत को 136 रन से हराया था. वहीं, भारत ने इस मैदान पर आखिरी टेस्ट 2016 में खेला था. तब उसे इंग्लैंड ने पारी और 36 रन से शिकस्त दी थी. यह आंकड़े जरूर कीवी टीम का हौसला बढ़ाने वाले होंगे.
भारत-न्यूजीलैंड ने वानखेड़े में एक-एक टेस्ट जीता
भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में यह तीसरा टेस्ट मैच होगा. इससे पहले दोनों टीमों के बीच 2 बार इस मैदान पर टक्कर हो चुकी है, जिसमें दोनों को एक-एक बार जीत नसीब हुई है. भारत ने मुंबई में अब तक 25 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 11 जीते, 7 ड्रॉ रहे और 7 हारे हैं.
विराट कोहली की एंट्री से बदलेगा प्लेइंग-11 ?
भारत कानपुर टेस्ट भले ही जीत ना पाया हो. लेकिन कई खिलाड़ियों के प्रदर्शन से टीम मैनेजमेंट जरूर खुश होगा. खासकर कानपुर में डेब्यू करने वाले श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer). उन्होंने पहली पारी में शतक लगाने के बाद दूसरी में फिफ्टी जड़ी थी और वो ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने थे. ऐसे में मुंबई टेस्ट में उन्हें प्लेइंग-11 से बाहर रखना मुश्किल होगा. हालांकि, भारतीय टेस्ट टीम के रेगलुर कप्तान विराट कोहली की टीम में एंट्री के बाद प्लेइंग-11 तय करना आसान नहीं होगा.
मिडिल ऑर्डर ने बढ़ाई टीम इंडिया की परेशानी
कानपुर टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) एक बार फिर बड़ी पारी खेल नहीं खेल पाए. रहाणे पहले टेस्ट की पहली पारी में जहां 35 तो दूसरी पारी में 4 रन बनाए थे. वहीं पुजारा ने 26 और 22 रन बनाए थे. ऐसे में प्रदर्शन के आधार पर तो इन दोनों में से किसी एक को प्लेइंग-11 से बाहर होना पड़ सकता है. हालांकि, कोच राहुल द्रविड़ पहले ही रहाणे और पुजारा को लेकर कह चुके हैं कि यह दोनों अनुभवी खिलाड़ी हैं और फॉर्म में आने से बस एक मैच दूर हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या श्रेयस अय्यर को बाहर बैठना पड़ेगा.
गेंदबाजी में बदलाव हो सकता है
भारतीय टीम के सामने इशांत शर्मा को लेकर भी परेशानी है, क्योंकि वह इस सीरीज में टीम की तेज गेंदबाजी की अगुवाई कर रहे हैं. लेकिन कानपुर में उनका प्रदर्शन फीका ही रहा. उन्होंने 22 ओवर गेंदबाजी की. लेकिन एक भी विकेट नहीं ले पाए. ऐसे में उनकी जगह मोहम्मद सिराज या प्रसिद्ध कृष्णा में से किसी एक को मौका मिल सकता है. हालांकि, अनुभव के आधार पर इशांत का दावा मजबूत है. भारतीय टीम इस टेस्ट में भी 3 स्पिनर्स के साथ उतर सकती है.