IND Vs SA: भारत के खिलाफ कोएट्जी ने की ‘अजीब हरकत’, जानिए ICC की सजा
नई दिल्ली : हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका का दौरा किया था। इस दौरान दोनों टीमों के बीच 4 टी20 मैचों की सीरीज खेली गई थी। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने सीरीज पर 3-1 से कब्जा जमाया था, लेकिन इसी बीच गेराल्ड कोएट्जी ने भारत के खिलाफ चौथे टी20 में एक ‘अजीब हरकत’ की थी। वह गेंद को ‘वाइड’ करार दिए जाने पर भड़क गए थे। आईसीसी ने अब कोएट्जी को सजा सुनाई है। गेंदबाज ने अपनी गलती कबूल कर ली है।
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएट्जी को जोहान्सबर्ग में भारत के खिलाफ चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अंपायर के फैसले का विरोध करने पर फटकार लगाई गई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कोएट्जी ने अपनी एक गेंद को अंपायर द्वारा ‘वाइड’ करार दिए जाने के बाद अनुचित टिप्पणी की।
आईसीसी ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय के दौरान गेराल्ड कोएट्जी को खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी कर्मचारियों से जुड़ी आईसीसी आचार संहिता के नियम 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले का विरोध करने से जुड़ा है।’’
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘कोएट्जी को फटकार लगाई गई और उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया। उन्होंने अपराध स्वीकार किया और मैच रेफरी के एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा प्रस्तावित सजा को स्वीकार कर लिया इसलिए किसी औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं थी।’’ मैदानी अंपायरों अल्लाहुद्दीन पालेकर और स्टीफन हैरिस, तीसरे अंपायर लुबाबालो गकुमा और चौथे अंपायर अर्नो जैकब्स ने गेंदबाज के खिलाफ आरोप लगाए।
लेवल एक उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार जबकि अधिकतम दंड खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक है। जब कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि के भीतर चार या उससे अधिक डिमेरिट अंक तक पहुंच जाता है तो उन्हें निलंबन अंक में बदल दिया जाता है और खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। दो निलंबन अंक एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी20 अंतराष्ट्रीय से प्रतिबंध के बराबर होते हैं जो भी खिलाड़ी के लिए पहले हो। भारत ने इस मैच में दक्षिण अफ्रीका को 135 रन से हराकर चार मैच की सीरीज 3-1 से जीती थी।