सैनिकनगर में उत्साह के साथ मना स्वतंत्रता दिवस
झण्डारोहण व राष्ट्रगान के बाद पूर्व सैनिकों व वरिष्ठ नागरिकों का हुआ सम्मान
लखनऊ : रायबरेली रोड स्थित सैनिक नगर कालोनी में सोमवार को आज़ादी के अमृत महोत्सव एवं स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में ध्वजारोहणए राष्ट्रगान के साथ पूर्व सैनिकों व वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों स्थानीय निवासियोंए महिलाओं व बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया। सैनिक नगर आवासीय जन कल्याण समिति के अध्य्क्ष एवं पार्थ चैरिटेबल सोसायटी के संरक्षक कर्नल आदि शंकर मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम में कालोनी के सबसे वरिष्ठ पूर्व सैनिक 92 वर्षीय मेजर निहाल सिंह पिलखवाल ने ध्वजारोहण किया । कर्नल आदि शंकर मिश्र ने अध्यक्षीय सम्बोधन में आजादी के अमृत महोत्सव व स्वाधीनता संग्राम के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी लोगों का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया।
उन्होंने कहा कि आज जब हमारा देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तब हम सबको यह जानना ज़रूरी है कि अमृत महोत्सव क्या है और क्यों मनाया जा रहा है। आज हमारे देश को आज़ाद हुए 75 साल हो गए हैं और यह स्वतंत्रता ब्रिटिश हुकूमत की सैकड़ों साल की पराधीनता के बाद अनेकों संघर्षों के बाद प्राप्त हुई थी, स्वतंत्रता के इस आंदोलन में देश के हज़ारों हज़ार सपूतों ने अपनी जान तक न्योछावर कर दी थी। निरंतर संघर्षों के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ादी हासिल हुई। तभी से हमारा राष्ट्रीय ध्वज यह तिरंगा स्वीकार हुआ जिसमें केसरिया रंग ऊर्जा का प्रतीक हैए सफ़ेद रंग शान्ति.अहिंसा व हरा रंग हरियाली व ख़ुशहाली का प्रतीक है एवं चक्र हमारे शौर्य व धर्म का प्रतीक है । इसीलिये तिरंगे के सम्मान के लिए नियम बनाए गए हैंए इसके रख रखाव के नियम भी हैं और इसके पुराने व कट जाने व फट जाने पर इसके ससम्मान विसर्जन का भी नियम निर्धारित किया गया है अतः तिरंगे का सम्मान का पूरा ध्यान रखना चाहिये।
कार्यक्रम को कर्नल आरबी सिंह ने भी सम्बोधित किया। पार्थ चैरिटेबल सोसाइटी की अध्यक्ष अनिता सिंह राजपूत व उनकी सहयोगी महिलाओं ने सभी उपस्थित पूर्व सैनिकों व वरिष्ठ नागरिकों को तिलक लगाकरए रक्षा सूत्र बाँधकर व पुष्प देकर सम्मान किया । ब्रिगेडियर डा- पीएस यादव के अस्वस्थ होने के कारण उनके घर में जाकर सम्मानित किया गया। समारोह में कर्नल आरबी सिंह, कर्नल जगदीश बाबू, मेजर पी एस कालाकोटि, कैप्टन एसवीपी श्रीवास्तव, स्वर्णजीत सिंह मान, मिथिलेश सिंह, लता मिश्र, ठाकुर नेहा सिंह, सरला सिंह के साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएँ व बच्चे भी उपस्थित थे।