अन्तर्राष्ट्रीय

एशिया पावर इंडेक्‍स में जापान को पीछे छोड़ते हुए भारत ने हासिल किया तीसरा स्थान

नई दिल्ली ( विवेक ओझा) : वर्तमान विश्व भूराजनीतिक प्रतिस्पर्धा के युग के रूप में देखा जा रहा है। भिन्न भिन्न देश अपनी आर्थिक, सामरिक, कूटनीतिक शक्ति को बढ़ाने में लगे हैं। पॉवर स्टेटस की एक विशेष होड़ चल रही है। चीन दक्षिण चीन सागर, पूर्वी चीन सागर, ताइवान, फिलीपींस, लद्दाख, दक्षिण एशिया में अपना दम खम दिखा रहा है। अमेरिका ईरान, रूस, चीन जैसे देशों को काउंटर करने में अपनी ताकत दिखा रहा है। रूस यूक्रेन से और इजरायल फिलिस्तीन, गाजा, लेबनान में अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है। आज देश अपने ताकत का प्रमाण भी देने में लगे हैं।

इस बीच एशिया में सबसे शक्तिशाली देशों की लिस्‍ट आ गई है। भारत रूस और जापान को पीछे छोड़ते हुए एशिया में तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बन गया है। भारत से आगे चीन और लिस्‍ट में सबसे ऊपर अमेरिका का नाम है। ऑस्‍ट्रेलिया के लोवी इंस्‍टीट्यूट थिंक टैंक की ओर से जारी किए गए एशिया पावर इंडेक्‍स में भारत ने अच्‍छी छलांग लगाई है। इसमें कहा गया है कि जापान के आर्थिक ताकत में गिरावट की वजह से उसकी ताकत में कमी आई है। जापान अब चौथा सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली एशियाई देश बन गया है। इस सर्वे रिपोर्ट में भारत की तारीफ की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘भारत का उभार हो रहा है लेकिन यह थोड़ा धीमा है। भारत अब जापान को पीछे करके एशिया में तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बन गया है लेकिन उसका प्रभाव उसके संसाधनों के मुकाबले में कम बना हुआ है।’

इस लिस्‍ट को हर साल इन देशों के संसाधान और प्रभाव को ध्‍यान में रखकर जारी किया जाता है। इस लिस्‍ट में ऑस्‍ट्रेलिया को पांचवां और यूक्रेन युद्ध में फंसे रूस को छठवां स्‍थान मिला है। अमेरिका को 81.7, चीन को 72.7 और जापान को 38.9 प्‍वाइंट मिले हैं। वहीं पाकिस्‍तान को मात्र 14.6 प्‍वाइंट मिले हैं और वह 16वें नंबर पर है। एशिया पावर इंडेक्‍स में कुल 27 देशों और क्षेत्रों का आकलन किया गया। इसमें देखा गया कि इन देशों के पास क्‍या है और उसके साथ वे क्‍या कर रहे हैं। इसमें पाकिस्‍तान से लेकर रूस तक, वहीं प्रशांत क्षेत्र में ऑस्‍ट्रेलिया, न्‍यूजीलैंड और अमेरिका को भी इसमें शामिल किया गया है। इसमें 6 साल के आंकड़े का इस्‍तेमाल किया गया है।

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