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बुनकरी कला को नया वैश्विक आयाम देगा इंडिया कारपेट एक्सपो

भदोही बनेगा विश्व व्यापार और भारतीय हस्तकला का केंद्र : कुलदीपराज वाटल

442 विदेशी खरीदार और 150 प्रदर्शक : भारत की बिनकारी को मिलेगा नया बाजार, मेले में 160 निर्यातक और उद्यमी अपने-अपने उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे, जेल बुनकरों की अनोखी कारीगरी भी बनेगी आकर्षण का केंद्र

सुरेश गांधी

वाराणसी-भदोही : कालीन नगरी भदोही एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय हस्तनिर्मित कालीनों की शान बढ़ाने जा रही है। कारपेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (सीईपीसी) 11 से 14 अक्टूबर 2025 तक ‘इंडिया कारपेट एक्सपो’ के 49वें संस्करण का आयोजन भदोही स्थित कारपेट एक्सपो मार्ट में करने जा रही है। यह एशिया का सबसे बड़ा हस्तनिर्मित कालीन, गलीचा और फ्लोर कवरिंग प्रदर्शनी है और इसका आयोजन चौथी बार भदोही में हो रहा है। भदोही में आयोजित यह एक्सपो भारतीय हस्तनिर्मित कालीन उद्योग के लिए न केवल व्यापारिक अवसरों का द्वार खोलेगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि भारतीय कारीगर अपनी कला से दुनिया को कैसे सजाते हैं। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक गाथा का नया अध्याय है, जो बताता है कि “मिट्टी में बसता है भारत, और उसी से चमकता है उसका संसार।” एक्स्पों का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे.

यह आयोजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आशीर्वाद और राकेश सचान (कैबिनेट मंत्री, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग), श्रीमती नीलम शमी राव (सचिव, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार) तथा अमृत राज (विकास आयुक्त, हस्तशिल्प, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार) की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न होगा। यह जानकारी सीईपीसी की प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष कुलदीप राज वाटल ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी हैं. उन्होंने कहा, इस एक्सपो को ऐतिहासिक सफलता बनाने के लिए सीईपीसी दिन-रात जुटी है। समिति के सदस्य अनिल कुमार सिंह, असलम महबूब, बोधराज मल्होत्रा, दीपक खन्ना, हुसैन जाफर हुसैनी, इम्तियाज अहमद, पियूष कुमार बरनवाल, महावीर प्रताप शर्मा, मेहराज यासिन जान, मुकेश कुमार गोंबर, मोहम्मद वासिफ अंसारी, रवि पाटोदिया, रोहित गुप्ता, संजय कुमार गुप्ता, शौकत खान, शेख आशिक अहमद सहित सभी इस आयोजन को भारत की हस्तकला के गौरव का प्रतीक बनाने का प्रतिबद्ध हैं।

चेयरमैन कुलदीप राज वाटल ने बताया कि इस वर्ष एक्सपो में 150 से अधिक भारतीय प्रदर्शक भाग ले रहे हैं, जबकि 67 देशों से 442 विदेशी खरीदारों का पंजीकरण हुआ है। इनमें से लगभग 200 चयनित विदेशी खरीदारों को विशेष आतिथ्य पैकेज प्रदान किया गया है। विशेष आकर्षण के रूप में जिला कारागार के कैदी बुनकरों की कारीगरी, ‘मिशन शक्ति’ प्रदर्शनी, जीआई टैग वाले उत्पाद, लाइव डेमो और सेल्फी प्वाइंट रखे गए हैं। यह पहल न केवल व्यापारिक संबंधों को सुदृढ़ करेगी बल्कि भारत की परंपरा “अतिथि देवो भव” को भी दुनिया के सामने जीवंत करेगी। उन्होंने बताया कि इंडिया कारपेट एक्सपो आज भारतीय हस्तनिर्मित कालीन उद्योग के लिए रणनीतिक मंच बन चुका है। जब वैश्विक बाजार में शुल्क संबंधी चुनौतियां बढ़ रही हैं, परिषद सरकार के साथ मिलकर इन मुद्दों को सुलझाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। विशेष रूप से भारत, ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (यूके-एफटीए) के तहत बेहतर बाजार पहुंच सुनिश्चित करने के लिए संवाद जारी है। यह एक्सपो केवल व्यापारिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारे कारीगरों और बुनकरों के आत्मविश्वास और वैश्विक आकांक्षाओं का प्रतीक है।

परिषद की कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक, सचिव डॉ. स्मिता नगरकोटी ने बताया कि इस आयोजन से न केवल भारी व्यापारिक अवसर सृजित होंगे, बल्कि भारत का वैश्विक बाजार हिस्सा भी सुदृढ़ होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से उद्योग को नई ऊर्जा और दिशा मिली है। उन्होंने बताया कि कारपेट एक्सपो मार्ट में इस बार ओडीओपी उत्पादों, स्वचालित सीढ़ियों, एसी हॉल, लिफ्ट, और आधुनिक मंच सज्जा की व्यवस्था की गई है। मेले में कालीन नगरी भदोही की परंपरागत हस्तशिल्प कला, सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक नवाचार का संगम देखने को मिलेगा।

भदोही की बुनाई से विश्व की सजावट तक
सीईपीसी के प्रशासनिक सदस्य रोहित गुप्ता का कहना है कि भदोही की पहचान केवल ‘कालीन नगरी’ के रूप में नहीं, बल्कि एक जीवित सांस्कृतिक परंपरा के रूप में है। यहां के बुनकरों की उंगलियां जब धागों को ताने-बाने में गूंथती हैं, तो वे न केवल कालीन रचते हैं बल्कि भारत की आत्मा को रंगों और डिज़ाइनों में पिरो देते हैं। इंडिया कारपेट एक्सपो इन बुनकरों, कारीगरों और निर्यातकों के लिए एक ऐसा वैश्विक मंच है, जहां से “मिट्टी से लेकर मार्केट तक” भारत की कहानी कही जाती है। यह केवल व्यापार नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की भावना का जीवंत उदाहरण है, जहाँ परंपरा आधुनिकता से हाथ मिलाती है, और स्थानीय कला वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी जगह बनाती है।

सीएम के आगमन को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर
आगामी 11 से 14 अक्तूबर तक कारपेट एक्सपो मार्ट, भदोही में आयोजित होने जा रहे 49वें इंडिया कार्पेट एक्सपो भदोही के चौथे अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। वीवीआईपी आगमन को देखते हुए प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया, मंडलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी, आईजी आर.पी. सिंह, विधायक औराई दीनानाथ भास्कर, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा, जिलाधिकारी, सीईओ बीडा शैलेष कुमार, पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक, तथा सीईपीसी और एक्मा के पदाधिकारियों ने भिखारीपुर मैदान स्थित निर्माणाधीन हेलीपैड और कार्पेट एक्सपो मार्ट परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हेलीपैड, रूट, पार्किंग, मंच, सजावट, सुरक्षा, बुनकर संवाद, वीवीआईपी लंच व मिनट टू मिनट कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की गई। डीएम ने ईओ भदोही को निर्देश दिए कि मैदान में साफ-सफाई, चूना छिड़काव, जलभराव निवारण सहित सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण की जाएं। पास स्थित प्राइमरी स्कूल व सामुदायिक भवन को भी सुरक्षा मानकों के तहत चेक किया गया.

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