कोरोना की नई लहर से भारत भी सतर्क, लौट सकता है पाबंदियों का दौर; UP-दिल्ली में आज इमरजेंसी बैठक
नई दिल्ली : चीन के लाख दावों के बावजूद कोरोना की नई लहर ने वहां दस्तक दे दी है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तमाम दावे धरे के धरे रह गए। पड़ोसी देश के बिगड़ते हालात को देखकर भारत भी सतर्क हो गया है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने वरिष्ठ अधिकारियों के संग बड़ी बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अलर्ट रहने का निर्देश दिया। इसके बाद अब राज्यों के मुख्यमंत्री भी कोरोना के हालातों पर चर्चा करने के लिए आपात बैठक बुलाई है। राज्यों ने कोरोना की नई लहर से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। उनका कहना है कि वे नियमित रूप से जांच और निगरानी कर रहे हैं। चीन समेत कुछ देशों में कोरोना के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केंद्र सरकार ने राज्यों को संक्रमित नमूनों को जीनोम सीक्वंसिंग के लिए भेजने के निर्देश दिए थे। इसके बाद राज्यों ने अपनी ओर से उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी है।
यूपी सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांत कराने का फैसला किया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कोरोना की मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि को देखते हुए कैबिनेट की बैठक बुलाई है। आज सुबह दस बसे यह बैठक होने वाली है, जिसमें कई बड़े और कड़े फैसले लेने की संभावना जताई जा रही है। योगी के डिप्टी बृजेश पाठक ने यूपी में अलर्ट जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग से जांच में तेजी लाने और उपचार की व्यवस्था को दुरुस्त करने का भी निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया है।
दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आज एक आपात बैठक बुलाई है। इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और अन्य मंत्री शामिल होंगे।
उत्तर प्रदेश में प्रदेश में बीते 24 घंटे में 28,602 कोविड सैम्पल की जांच की गई। इस दौरान कोरोना संक्रमण के 05 नये मामले सामने आए हैं। विगत 24 घंटों में 02 लोग तथा अब तक कुल 21 लाख 04 हजार 356 लोग कोविड-19 को मात देकर स्वस्थ हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 98 एक्टिव मामले हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में गत दिवस 5574 कोविड वैक्सीन की डोज दी गई है।
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बुधवार को अधिकारियों से दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों की ‘अनिवार्य’ जांच करने को कहा। चीन में मौजूदा लहर के लिए जिम्मेदार ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट बीएफ.7 के मामले राज्य में पाए गए हैं। इनमें से एक मामला सितंबर में अहमदाबाद, जबकि दूसरा वडोदरा में नवंबर में पाया गया। दोनों संक्रमित विदेश से आए थे। स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान, पटेल ने प्रशासन को सतर्क रहने और कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बुधवार को कहा, चीन में कोरोना के मामलों में हुई वृद्धि के लिए जिम्मेदार बताये जा रहे ओमीक्रोन के नए उपस्वरूप का एक भी मामला अब तक महाराष्ट्र में नहीं पाया गया है। उन्होंने कहा कि जिन देशों में इसके मामले सामने आए हैं, वहां से आने वाले यात्रियों की हवाईअड्डे पर थर्मल जांच की जा रही है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने, संक्रमण का पता लगाने और टीकाकरण करने को कहा है।
एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कहा कि सर्दियों में वायरल इंफेक्शन बढ़ जाता है और बेहतर देखभाल की जरूरत होती है। विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए खुद को सुरक्षित रखना और कोरोनारोधी बूस्टर डोज लेना महत्वपूर्ण है। गुलेरिया हाल ही में मेदांता अस्पताल से जुड़े हैं। उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनल मेडिसिन एंड रेस्पिरेटरी एंड स्लीप मेडिसिन विभाग की जिम्मेदारी संभाली है।
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट बीएफ.7 के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं। सूत्रों ने बुधवार को कहा कि तीन मामले गुजरात और एक ओडिशा का है। सूत्रों ने बताया, गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने इन पहले मामलों का पता लगाया था। इनमें से एक मामला वडोदरा का है, जहां एक महिला नवंबर में इस नए वेरिएंट से संक्रमित पाई गई थी। हालांकि, महिला अब स्वस्थ हो चुकी है। वह अमेरिका से भारत आई थी। वहीं, बीएफ.7 से संक्रमित तीन मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि एक मरीज के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है। ये मामले पिछले छह महीनों के दौरान सामने आए थे।