श्रीनगर : पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर बयान देने के बाद विवादो में घिरीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से पाकिस्तान का उदाहरण दिया है। मुफ्ती ने कहा कि भारत को विश्वगुरू बनने का सपना छोड़ देना चाहिए क्योंकि देश अभी SAARC का भी गुरू नहीं बन पाया है। अगर भारत सार्क का गुरू नहीं बन सकता तो विश्वगुरू भी नहीं बन सकता। पीडीपी चीफ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और पीओके को पीस जोन घोषित कर देना चाहिए।
मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और पीओके को SAARC कोऑपरेशन जोन में शामिल करना चाहिए। महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान और चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान और चीन कश्मीर के दूसरे हिस्से को दुनिया के साथ जोड़ रहा है वैसे ही भारत को भी काम करना चाहिए। बता दें कि कुछ दिन पहले ही चीन और पाकिस्तान ने सीपीईसी से तीसरे देश को जुड़ने की बात कही थी जिसके बाद भारत ने भी जवाब दिया था।
भारत सीपीईसी प्रोजेक्ट का हमेशा से विरोध करता रहा है। यह पीओके से होकर गुजरता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हाली ही में कहा था कि सीपीईसी के तहत होने वाली गतिविधियां अनैतिक और गैरकानूनी हैं और इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर क्या बोलीं महबूबा
हर घर तिरंगा अभियान को लेकर भी महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर हिम्मत है ति चीन के कब्जे में जो क्षेत्र है, वहां जाकर तिरंगा लहराएं। उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी चाहें तो कश्मीर के मसलों का हल निकाल सकते हैं और इसके लिए उन्हें इतिहास में याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को जेल बना दिया गया है। मुफ्ती ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के लिए शारदा पीठ जाने का रास्ता करतारपुर कॉरिडोर के तर्ज पर खोला जाना चाहिए।