2035 तक भारत और 2070 तक आधी दुनिया पर होगा कब्जा, ख्याली पुलाव पका रहा तालिबान
नई दिल्ली: अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज क्या हो गया, तालिबान तो अब दुनिया फतह करने का ख्याली पुलाव पकाने लग गया है. आतंकवादी संगठन तालिबान का एक कथित वीडियो सामने आया है, जिसमें तालिबानी लड़ाके साल 2029 तक आधे भारत पर अपना कब्जा करने का दावा कर रहे हैं. दिलचस्प तो यह है कि इस वीडियो में तालिबान यह भी दावा कर रहा है कि साल 2070 तक करीब आधे विश्व पर उसका कब्जा हो जाएगा. वह कई देशों का नाम लेता है, मगर पाकिस्तान का नाम नहीं लेता है.
खुफिया एजेंसियां इस वीडियो की जांच में जुट गई है कि आखिर यह प्रोपोगंडा वीडियो कहां बना और इसका असली मकसद क्या है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, यह 1 मिनट से ज्यादा का है, जिसमें आतंकी संगठन तालिबान के लड़ाके अपने हथियारों का प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही इस वीडियो में सिलसिलेवार तरीके से बताया जा रहा है कि विश्व के किस देश पर कब तक तालिबानी कब्जा हो जाएगा.
वीडियो में बाकायदा एक नक्शा बनाया गया है और नक्शे में अलग-अलग देशों के नाम लिखे गए हैं और नक्शे के बगल में चल रहा है वीडियो साल प्रदर्शित करता है. मसलन वीडियो में दावा किया गया है कि 2029 तक आधे इंडिया को, साल 2032 तक आधे ईरान को, साल 2035 तक पूरे इंडिया को, साल 2037 तक तुर्कमेनिस्तान को, साल 2040 तक पूरे ईरान को और इसी तरह से आते-आते साल 2070 तक रूस को तालिबान अपने कब्जे में कर लेगा. इस पूरे वीडियो में लगभग 1 दर्जन से ज्यादा देशों के नाम शामिल हैं.
इस वीडियो में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया है. वीडियो में बाकायदा तालिबानी लड़ाके परेड की तर्ज पर अपना अलग-अलग देशों पर कब्जा दिखा रहे हैं. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, यह वीडियो किस आतंकवादी संगठन द्वारा बनाया गया है, यह तो स्पष्ट नहीं हो सका है लेकिन इस वीडियो का मकसद भोले-भाले युवा लोगों को गुमराह कर उन्हें आतंकवाद में शामिल करना है, यह स्पष्ट है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो पाकिस्तानी तालिबान का है या अफगानिस्तानी तालिबान का.
जांच एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि ऐसे ही वीडियो के जरिए भोले-भाले युवाओं को बरगलाया जाता है और उन्हें यह बताया जाता है कि उनका भविष्य आतंकवाद में ही है. खुफिया एजेंसियों ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि यह वीडियो कहां बनाया गया. इतना ही नहीं, खुफिया सूत्रों का यह भी मानना है कि आतंक के इस जाल में भोले-भाले युवाओं को बरगलाने का यह षड्यंत्र पाकिस्तानी तालिबान का भी हो सकता है.