इटली पर बड़ी जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह बनाने उतरेगा भारत
रांची : पहला मैच गंवाने के बाद दूसरे मैच में जीत दर्ज करके अपना अभियान पटरी पर लाने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम मंगलवार को यहां इटली की कम रैंकिंग वाली टीम पर बड़ी जीत दर्ज करके एफआईएच महिला ओलंपिक क्वालीफायर के सेमीफाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेगी।
विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारत की टूर्नामेंट में शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसे पूल बी के अपने पहले मैच में 12वें रैंकिंग वाले अमेरिका से 0-1 से हार का सामना करना पड़ा। सविता पूनिया की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने हालांकि अपने दूसरे मैच में न्यूजीलैंड को 3-1 से हराकर पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने की अपनी उम्मीदों को कायम रखा।
एशियाई खेलों के जरिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहने के बाद भारतीय टीम के पास इस साल होने वाले ओलंपिक खेलों में जगह बनाने का यह आखिरी मौका है। इस टूर्नामेंट में शीर्ष पर रहने वाली तीन टीम पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगी। अमेरिका दो मैच में जीत दर्ज करके पूल बी में शीर्ष पर है जबकि भारत और न्यूजीलैंड के तीन-तीन अंक हैं। गोल अंतर में हालांकि भारतीय टीम न्यूजीलैंड से पीछे है।
ऐसी स्थिति में भारत को विश्व में 20वें नंबर की इटली की टीम के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करनी होगी। दोनों पूल से पहले दो स्थान पर रहने वाली टीम सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी। सेमीफाइनल गुरुवार को खेले जाएंगे।
भारतीय टीम ने अगर अमेरिका के खिलाफ अपने शुरुआती मैच में लचर प्रदर्शन किया तो न्यूजीलैंड के खिलाफ अगले मैच में उसने शानदार खेल दिखाया। टीम अब इटली के खिलाफ अपनी इस लय को बरकरार रखने की कोशिश करेगी।
भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ रक्षा पंक्ति, मध्य पंक्ति और अग्रिम पंक्ति में शानदार तालमेल दिखाया। कोच यानेक शोपमैन को उम्मीद रहेगी कि टीम अगले मैच में भी इसी तरह का प्रदर्शन करेगी।
भारत की सबसे बड़ी समस्या पेनल्टी कार्नर को गोल में नहीं बदल पाना है। उसने दो मैच में अभी तक 13 पेनल्टी कार्नर हासिल किए हैं लेकिन उनमें से केवल एक बार ही गोल कर पाया। इटली ने अभी तक अपने दोनों मैच गंवाए हैं और वह क्वालीफाई करने की दौड़ से बाहर हो गया है लेकिन उसकी टीम भारत के राह में रोड़ा बन सकती है और इसलिए सविता पूनिया की टीम अपने इस प्रतिद्वंद्वी को हल्के से लेने की गलती नहीं करेगी।
भारतीय कोच शोपमैन ने अपने खिलाड़ियों को इटली से सतर्क रहने की हिदायत देते हुए कहा, ‘‘यह मैच कड़ा हो सकता है क्योंकि इटली की टीम भी अर्जेंटीना की तरह साहसिक खेल खेलती है। हमें धैर्य बनाए रखना होगा। हमें हर हाल में पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलना होगा।”
भारत के लिए यह फायदे की बात है कि उसे अपना मैच अमेरिका और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच के बाद खेलना है। इससे उसके सामने तस्वीर स्पष्ट होगी कि उसे कितने अंतर से जीत दर्ज करनी है।