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यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को दी सलाह, शाम तक हर हाल में खारकीव से निकल जाएं

नई दिल्ली। रूस के सैन्य अभियान से बुरी तरह प्रभावित यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने सभी फंसे हुए नागरिकों को दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर खारकीव को हर हाल में बुधवार की शाम छह बजे (यूक्रेनी समय, आईएसटी रात 9.30) तक छोड़ने की अपील की है। भारतीय दूतावास ने छात्रों सहित अपने नागरिकों को बुधवार को सलाह दी कि अपनी रक्षा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वे तुरंत खारकीव छोड़ दें और जल्द से जल्द पेसोचिन, बाबाये और बेजलीयुदोव्का पहुंचें।

भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, “हर परिस्थिति में वे इन स्थानों पर आज यूक्रेन के समय के अनुसार छह बजे (18:00) तक पहुंच जाएं।” रूसी सीमा के पास बड़े पैमाने पर रूसी भाषी शहर खारकीव की आबादी लगभग 14 लाख है। यह जानकारी मिली है कि रूसी सैनिक खारकीव में उतरे हैं और यूक्रेनी सेना के साथ भारी लड़ाई में लगे हुए हैं।

रूस ने खारकीव पर गोलाबारी कर विभिन्न प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा, खारकीव में क्षेत्रीय पुलिस और खुफिया मुख्यालय पर एक स्पष्ट हमले के वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हो रहे हैं। यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार एंटोन गेराशचेंको ने टेलीग्राम पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, “व्यावहारिक रूप से खारकीव में कोई क्षेत्र नहीं बचा है, जहां एक तोपखाने का गोला अभी तक नहीं मारा गया हो।”

हालांकि, रूस का कहना है कि वह केवल यूक्रेन के सैन्य बुनियादी ढांचे, वायु रक्षा और वायु सेना को उच्च-सटीक हथियारों के साथ लक्षित कर रहा है और वह नागरिकों पर कोई हमले नहीं कर रहा है। वह खारकीव ही था, जहां मंगलवार सुबह गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई थी। कर्नाटक के 21 वर्षीय मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर मंगलवार सुबह खारकीव में भोजन के लिए कतार में खड़े थे, जब उनकी मौत हो गई।

नवीन खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल फाइनल ईयर का छात्र था। वह कर्नाटक के हावेरी का रहने वाला था और एक प्रमुख सरकारी इमारत के पास रहता था, जिसे रूसी सैनिकों ने उड़ा दिया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा सैन्य अभियान के आह्रान के बाद दोनों देशों के बीच पिछले एक सप्ताह से युद्ध जारी है।

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