दक्षिण चीन सागर में भारतीय नौसेना का शक्ति प्रदर्शन, फिलीपिंस में जोरदार स्वागत
बीजिंग: भारतीय नौसेना के तीन जंगी जहाज इन दिनों चीन की नाक के नीचे दक्षिण चीन सागर में गश्त लगा रहे हैं। इन जहाजों ने सिंगापुर के बाद अब चीन के सबसे बड़े दुश्मन मुल्क फिलीपींस में डेरा डाला है। भारतीय युद्धपोतों का फिलीपींस में जोरदार स्वागत किया गया है। फिलीपींस की नौसेना ने भारतीय नौसेना के सम्मान में एक समारोह का भी आयोजन किया है। फिलिपींस और चीन में इन दिनों दक्षिण चीन सागर में स्थित द्वीपों को लेकर तनाव चरम पर है। दोनों देशों की नौसेनाएं कई बार आमने-सामने आ चुकी हैं। विशेषज्ञों को आशंका है कि फिलीपींस और चीन के बीच मौजूदा हालात युद्ध तक जा सकते हैं।
भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “लंबे समय से चली आ रही मित्रता और समुद्री सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस दिल्ली, आईएनएस शक्ति और आईएनएस किल्टन 19 मई 2024 को फिलीपींस के मनीला पहुंचे। जहाजों का फिलीपींस नेवी द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह दौरा दक्षिण चीन सागर में भारतीय नौसेना के पूर्वी बेडे़ के ऑपरेशन तैनाती का हिस्सा है। यात्रा के दौरान, दोनों नौसेनाओं के कर्मी विषय वस्तु विशेषज्ञ आदान-प्रदान, खेल कार्यक्रम, क्रॉस-डेक दौरे, सांस्कृतिक दौरे और सहयोगी सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों सहित पेशेवर बातचीत की विस्तृत श्रृंखला में शामिल होंगे। जहाज फिलिपींस नौसेना के साथ मैरिटाइम पार्टनरशिप एक्सरसाइज (MPX) में भी भाग लेंगे।”
विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय नौसेना के युद्धपोतों की दक्षिण चीन सागर में तैनाती से चीन भड़क सकता है। उन्होंने चीन के आक्रामक प्रतिक्रिया की आशंका भी जताई। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने उस समय कहा था कि भारतीय गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस दिल्ली, बेड़े के टैंकर आईएनएस शक्ति और पनडुब्बी शिकारी आईएनएस किल्टन “दोस्ती और सहयोग” को मजबूत करने के लिए 6 मई को सिंगापुर पहुंचे थे। इसके बाद आईएनएस किल्टन वियतनाम के कैम रैन खाड़ी के लिए रवाना हुआ, और वियतनामी नौसेना के साथ आदान-प्रदान और संयुक्त समुद्री अभ्यास के लिए 12 मई को पहुंचा। उसी दिन, आईएनएस दिल्ली और आईएनएस शक्ति समुद्री अभ्यास में भाग लेने के लिए मलेशिया के कोटा किनाबालु पहुंचे।