स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक वर्ल्ड कप विजेता भारतीय महिला रिकर्व टीम फाइनल क्वालीफायर मैच में कम रैंकिंग वाले कोलंबिया से हारकर ओलंपिक की होड़ से बाहर हो गई.
भारतीय महिला टीम को ओलंपिक में जगह बनाने के लिए 28 टीमों में से टॉप तीन में रहना था लेकिन वो निराशाजनक प्रदर्शन कर सकी.
विश्व रैंकिंग की तीसरे नंबर की प्लेयर दीपिका, अंकिता भगत और 19 साल की कोमलिका बारी की तिकड़ी ने दो महीने पहले ग्वाटेमाला सिटी में विश्व कप चरण एक में गोल्ड पदक अपने नाम किया था. हालांकि टीम को यहां कोलंबियाई प्लेयर्स ने 6-0 से हराया.
एना मारिया रेंडन, वैलेंटिया एकोस्टा गिराल्डो और मायरा सेपुलवेडा की कोलंबियाई तिकड़ी ने ‘परफेक्ट 10’ (सटीक निशाना) के दो निशाने लगाए और 55-54 से सेट जीता. दबाव में, भारतीय महिला टीम ने दूसरे सेट में 49 अंक ही बने सकी.
टीम ने इस सेट को भी दो अंकों से गंवा दिया. भारतीय टीम ने इससे पहले बेहतरीन आगाज किया था, जिसमें दीपिका ने 674 का शीर्ष व्यक्तिगत स्कोर किया था.
भारतीय महिला तीरंदाजों के पास टोक्यो में अपने सिंगल्स महिला कोटे के स्थान के साथ टीम कोटा पाने का ये अंतिम मौका था लेकिन वो इसमें विफल रहे. अब दीपिका कुमारी अब ओलंपिक में महिला वर्ग में भारत की इकलौती प्लेयर होगी.
वो लगातार तीसरा ओलंपिक खेलेंगी. भारत 2019 में नीदरलैंड के डेन बॉश में विश्व चैंपियनशिप से ओलंपिक के लिए पुरुष टीम कोटा पहले ही हासिल कर चूका है.