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भारत का चीन को बड़ा संदेश, DRDO ने किया Agni-5 का सफल परीक्षण

भुवनेश्वर : भारतीय रक्षा अनुसंधान (DRDO) ने गुरुवार को अग्नि5 का सफल परीक्षण किया है। यह एक बैलेस्टिक मिसाइल है। अग्नि 5 की मारक क्षमता 5000 किमी से 6000 किमी तक है। यह मिसाइल चीन और पाकिस्तान समेत ईरान तक मार करने में सक्षम है। अग्नि 5 मिसाइल का टेस्ट ऐसे समय पर किया गया है, जब कुछ दिन पहले ही एलएसी पर चीन और भारत के बीच एक बार फिर रिश्तों में तनाव बढ़ गया है। बता दें कि 9 दिसंबर को चीनी सेना PLA ने भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन सीमा पर तैनात भारत के बहादुर जवानों ने उन्हें खदेड़ दिया।

इससे पहले हिंद महासागर में चीन का जासूसी जहाज वांग यांग5 प्रवेश कर गया था। जिसकी वजह से मिसाइल का परीक्षण बीच में रोक दिया गया। एक दिन पहले ही नौसेना के सूत्रों ने बताया था कि चीन का जासूसी जहाज वांग यांग 5 हिंद महासागर से बाहर निकल गया है। नौसेना के सूत्रों ने बताया था कि चीन के जासूसी जहाज पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ये पहला मौका नहीं था जब चीन का जासूसी जहाज हिंद महासागर में प्रवेश किया हो। इससे पहले श्रीलंका के हंबनटोटा में भी चीन का एक जासूसी जहाज डॉक किया गया था। जिसके बाद कूटनीतिक मतभेद उभरकर सामने आए थे।

अग्नि-5 मिसाइल की क्या हैं खासियत

अग्नि 5 मिसाइल की वास्तविक रेंज 5000 से 8000 किमी
पेलोड के साथ 5500 किमी तक मार करने में सक्षम
मिसाइल का वजन 50 टन है
अग्नि 5 की स्पीड 24 मेक है
17.5 मीटर लंबी है अग्नि 5 मिसाइल, व्यास 2 मीटर
मिसाइल में तीन इंजन लगे हैं
1.5 टन न्युक्लियर वार हेड ले जाने में सक्षम

अग्नि 1 मिसाइल का परीक्षण वर्ष 2012 में हुआ था। अग्नि 1 की रेंज 700 किमी तक थी। इसके बाद अग्नि 2 का सितंबर 2013 में परीक्षण हुआ। अग्नि 2 की मारक क्षमता 700 किमी से बढ़कर 2000 किमी तक हो गई। साल 2015 में अग्नि 3 की सफल परीक्षण हुआ और मारक क्षमता 3500 किमी तक बढ़ गई। अग्नि 4 का 9 नवंबर को सफल परीक्षण हुआ। अग्नि 4 की मारक क्षमता 4000 किमी तक पहुंच गई। अग्नि 3 और अग्नि 4 पाकिस्तान और चीन के कई हिस्सों तक मार करने में सक्षम थी। अग्नि 5 के परीक्षण के साथ ही भारत अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और इजरायल की श्रेणी में शामिल हो गया है। इन देशों के पास ऐसी मिसाइल पहले से मौजूद हैं।

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