नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि अफगानिस्तान में हाल के दिनों में जो कुछ हो रहा है, उस पूरे घटनाक्रम पर सरकार लगातार निगाह बनाए हुए हैं। जयशंकर ने सोमवार को किर्गिस्तान के विदेश मंत्री रुस्लान कजाकबायेव के साथ बैठक के बाद संयुक्त प्रेस में यह बात कही है। साथ ही उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच डेवलपमेंट प्रोजक्ट और आपसी सहयोग बढ़ाने पर भी बात हुई है। किर्गिस्तान के अपने समकक्ष कजाकबायेव के साथ बैठक के बाद जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान में विकास, क्षेत्र की शांति और सुरक्षा पर उनकी ये बातचीत काफी बेहतर रही है।
अफगानिस्तान में किसी भी तरह की अस्थिरता का असर इस क्षेत्र पर पड़ेगा। ऐसे में भारत और किर्गिज गणराज्य का अफगानिस्तान के विकास के लिए एक साझा दृष्टिकोण है। साथ ही अफगानिस्तान के वर्तमान शासन से भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय की काफी अपेक्षाएं हैं कि उनकी जमीन का इस्तेमाल आतंक के लिए ना हो।
तीन देशों के दौरे पर गए हैं जयशंकर विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को तीन मध्य एशियाई देशों किर्गिस्तान, कजाखस्तान और आर्मेनिया की अपनी चार दिवसीय यात्रा पर रवाना गए हैं।
रविवार को वो किर्गिस्तान पहुंचे थे। जिसके बाद आज कजाखस्तान और उसके बाद आर्मेनिया जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया है कि जयशंकर 11-12 अक्टूबर को कजाखस्तान में एशिया में संवाद एवं विश्वास निर्माण के उपाय (सीआईसीए) पर छठे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। सीआईसीए की बैठक कजाखस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान में हो रही है। इस यात्रा के दौरान कुछ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। इसके बाद 12-13 अक्टूबर को जयशंकर आर्मेनिया में होंगे। यहां वो आर्मेनिया के विदेश मंत्री अरात मिर्जयान और प्रधानमंत्री निकोल पाशियान से मुलाकात करेंगे।