ईरान में हुए बम धमाकों पर भारत के विदेश मंत्रालय ने जताया दुख
नई दिल्ली (विवेक ओझा): भारत के विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ईरान में हुए बम धमाकों पर आश्चर्य और साथ ही दुख जताया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे गंभीर समय में वह ईरान सरकार और ईरानी नागरिकों के साथ खड़ा है। ईरान में बुधवार को हुए दो बम धमाकों में 103 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हमला ईरान के शहर केरमान में हुआ, जहां विस्फोटक से भरे बैगों में धमाका हुआ।
दरअसल अमेरिका के ड्रोन हमले में मारे गए ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की बुधवार को चौथी बरसी थी। इस मौके पर कासिम सुलेमानी की कब्र पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान पहला बम विस्फोट हुआ। दूसरा बम विस्फोट पहले धमाके के 20 मिनट बाद हुआ। इसके चलते ही बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई। दरअसल पहले धमाके के बाद मौके पर इमरजेंसी सेवा से जुड़े लोग भी थे, जब दूसरा हमला हुआ तो आम नागरिकों के साथ ही इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े लोग भी इसकी चपेट में आ गए।
ईरान में साल 1979 में हुई इस्लामिक क्रांति के बाद से यह ईरान में हुआ सबसे बड़ा हमला है। अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। शिया बहुल ईरान में सुन्नी कट्टरपंथी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट भी कई हमलों को अंजाम दे चुका है, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर हुआ यह पहला हमला है। ईरान में यह हमला ऐसे वक्त हुआ है, जब ईरान समर्थित हमास और हिजबुल्ला जैसे संगठन इस्राइल के साथ युद्ध लड़ रहे हैं। साथ ही ईरान समर्थित हूती विद्रोही भी लाल सागर और अरब सागर के इलाकों में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में ईरान में हमले के बाद आशंकाओं और असमंजस के हालात हैं।