जयपुर : राजस्थान में ‘कोई भूखा ना सोए’ की संकल्पना को साकार करने के लिए राज्य सरकार ने एक कदम और बढ़ाया है। अब शहरों की तरह इन्दिरा रसोई योजना-ग्रामीण की शुरूआत की जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 सितम्बर, 2023 को दोपहर 12 बजे टोंक के निवाई स्थित झिलाय से योजना का शुभारम्भ करेंगे। साथ ही, विभिन्न जिलों में संचालित इन्दिरा रसोइयों के लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नगरीय निकायों में करीब 1000 इन्दिरा रसोइयां के सफल संचालन के बाद उपयोगिता को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र में भी 1000 रसोइयां प्रारम्भ करने की बजट 2023-24 में घोषणा की थी। इस योजना में वर्षभर में 1000 रसोइयों से ग्रामीण क्षेत्र में जरूरतमंदों को करीब 7 करोड़ 30 लाख भोजन थालियां परोसने का लक्ष्य रखा गया है।
गहलोत ने जयपुर में 18 अगस्त, 2023 को सखी सम्मेलन के दौरान ग्रामीण कस्बों में 1000 इन्दिरा रसोइयों का संचालन राजीविका के माध्यम से कराने की घोषणा की थी। अब 5 हजार से अधिक आबादी वाले ग्रामीण कस्बों में रविवार से योजना को प्रारम्भ किया जा रहा है। इससे ग्रामीण महिलाओं के आजीविका उपार्जन के अवसर बढ़ेंगे।
इन्दिरा रसोई योजना-ग्रामीण में राज्य सरकार द्वारा नवीन रसोइयों की स्थापना के लिए 5 लाख रुपए की एकमुश्त राशि तथा 17 रुपए प्रति थाली अनुदान दिया जा रहा है। इनके माध्यम से राजीविका की 10000 से भी अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा। राज्य स्तर पर इन्दिरा रसोई योजना ग्रामीण का कन्ट्रोल रूम पंचायती राज विभाग में स्थापित किया गया है।
शहरी क्षेत्रों की करीब 1000 इन्दिरा रसोइयों से अब तक 13 करोड़ से अधिक पौष्टिक एवं स्वादिष्ट भोजन की थालियां आमजन को परोसी जा चुकी हैं। इन्दिरा रसोई योजना में भामाशाहों द्वारा भी भोजन प्रायोजित किया जा सकता है।
नगरीय क्षेत्रों में संचालित इन्दिरा रसोई योजना से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में सुविधापूर्ण वातावरण में सम्मानपूर्वक पौष्टिक भोजन मिल रहा है। इस योजना का लाभ विद्यार्थियों एवं श्रमिकों सहित सभी वर्ग के लोगों को मिल रहा है। यह महंगाई के दौर में बाहर से आने वाले विद्यार्थियों एवं कार्मिकों एवं हर जरूरतमंद के लिए एक वरदान साबित हो रही है।