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बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल ने शेख हसीना के खिलाफ शुरू की जांच :

देहरादून ( विवेक ओझा) : बांग्लादेश की भूतपूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें कम होती नज़र नही आ रही हैं। पहले तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ा फिर देश छोड़ना पड़ना, शरण कहां लेंगी इस पर भी तनाव झेलना पड़ा लेकिन अब बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल ने शेख हसीना और नौ अन्य लोगों के खिलाफ जातीय संहार( genocide ) और मानवता के खिलाफ अपराध ( crimes against humanity) के आरोपों की जांच शुरू कर दी है।

याचिका में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग और उससे जुड़े संगठनों का भी नाम दिया गया है। यह जांच इस बात को लेकर हो रही है कि क्या शेख हसीना ने 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच अपनी सरकार के खिलाफ होने वाले छात्र जन आंदोलनों के दौरान जेनोसाइड और क्राइम अगेंस्ट ह्यूमैनिटी कराया है या नही। बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT) में हसीना के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया गया है उसे दर्ज कराने वाले हैं आलिफ अहमद सियाम के पिता बुलुबल कबीर । ये वही स्कूली बच्चा आलिफ अहमद सियाम है, जिसकी बांग्लादेश के हिंसक प्रदर्शन में मौत हो गई थी। बुलबुल कबीर ने शेख हसीना के साथ आठ और लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया है। शिकायत में शेख हसीना की सरकार के खिलाफ छात्रों के बड़े आंदोलन के दौरान नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया गया है।

सुप्रीम कोर्ट के वकील गाजी एमएच तनीम ने पीड़ित पिता की ओर से शिकायत दर्ज कराई थी। शेख हसीना के अलावा पूर्व राज्य मंत्रियों जुनैद अहमद पलक और मोहम्मद अली अराफत, पूर्व आईजीपी चौधरी अब्दुल्लाह अल मामुन, पूर्व जासूसी शाखा प्रमुख हारुन, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के पूर्व कमिश्नर हबीबुर रहमान और पूर्व आरएबी डायरेक्टर जनरल हारुन राशिद का नाम भी शामिल है। शेख हसीना के खिलाफ ऐसे समय पर ये शिकायत दर्ज कराई गई है, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि एक जुलाई से पांच अगस्त के बीच हुई हत्याओं की सुनवाई आईसीटी में होगी।

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