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मध्य प्रदेश से निर्यात बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी परिषद करेगी मदद

भोपाल:भारतीय व्यापार संस्कृति प्रदर्शनी परिषद के डायरेक्टर संजय शर्मा जी ने अपने 2 दिन के इंदौर प्रवास के दौरान डेढ़ सौ से ज्यादा उद्योगपति एवं व्यापारियों से मुलाकात करने के बाद कहां की मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर आज पूरे विश्व को अपने उत्पादों और सेवाओं से लाभांवित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। लेटिन अमेरिका और अफ्रीका के कई देश आज भी अंडरडेवलप स्थिति से गुजर रहे हैं और भारत के लिए एक बहुत बड़ा विदेशी बाजार वहां पहले से ही विद्यमान है। इसके साथ ही यूरोपियन यूनियन बनने के बाद एक ही प्लेटफार्म के द्वारा पूरे यूरोप को माल सप्लाई किया जा सकता है। अब तो बाल्टिक देश भी यूरोपियन यूनियन में मिलने जा रहे हैं जिससे उसका दायरा और बढ़ जाएगा।

अपने संबोधन में उन्होंने तुर्की और बुल्गारिया देश में परिषद की आगामी यात्राओं का जिक्र भी किया एवं मध्य प्रदेश के उद्योगपति एवं व्यापारियों से आवाहन किया की इन देशों मैं भरपूर औद्योगिक एवं व्यापारिक अवसर विद्यमान है, आप यदि कारोबार बढ़ाना चाहे तो परिषद हर संभव सहायता करेगी। मैंने इंदौर आने में देर कर दी, यहां की क्षमताओं से आज मुझे वाकिफ होने का मौका मिला है और अब मैं लगातार इंदौर आता रहूंगा। मैं भारत के साथ ही संपूर्ण विश्व में भ्रमण करता हूं। परिषद का मुख्य उद्देश्य यही है कि विश्व के किस देश को किस उत्पाद की सर्वाधिक आवश्यकता है और कैसे हम उन्हें भारत से निर्यात करें।

हमें लगता है कि मध्य प्रदेश के उद्योगों के साथ जोड़कर हम निम्न वस्तुओं का बहुतायत में निर्यात कर सकते हैं जैसे सूती धागा/कपड़े/मेड-अप, हथकरघा उत्पाद, सभी वस्त्रों के रेडीमेड परिधान, जल आधारित एवं नदी उत्पाद ,इंजीनियरिंग सामान, कार्बनिक एवं अकार्बनिक रसायन, औषध और फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक सामान, प्लास्टिक और लिनोलियम, रत्न और आभूषण इत्यादि।

मध्य प्रदेश की औद्योगिक व्यापारी और सांस्कृतिक विभिन्ननेताओं एवं क्षमताओं को देखकर मैं अभीभूत हूं। ग्लोबल फोरम फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के अध्यक्ष दीपक भंडारी ने बताया कि हमारी कोशिश यही है कि विश्व पटल पर मध्यप्रदेश के उद्योगों को ज्यादा से ज्यादा कारोबार बढ़ाने के अवसर प्राप्त हो। अपने प्रवास के दौरान संजय शर्मा ने एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा जी से भी भेंट की एवं किस प्रकार से इंदौर को एक्सपोर्ट का हब बनाया जाए इस बारे में चर्चा की।

जीएफआईडी के साथ मिलकर इंदौर में 1 डिस्ट्रिक्ट मेनी प्रोडक्ट उत्पादों के डिस्प्ले बनाने की बात भी रखी। एक ऐसा प्रोडक्ट शोकेस इंदौर में बनाया जाए जो कि विदेशी व्यापारी एवं उद्योगपतियों को संपूर्ण मध्य प्रदेश की झलक एवं बानगी एक ही विजिट में दिखला दे , साथ ही एक ही प्लेटफार्म से खरीदी बिक्री की सभी औपचारिकताओं को पूरी करके इज ऑफ डूइंग बिजनेस के द्वारा अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक व्यापारिक गतिविधियों का संचालन किया जाए। भंडारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय विमानतल एवं ड्राई पोर्ट बनने के बाद अब इंदौर में इंटरनेशनल एग्जिबिशन सेंटर की अत्यधिक आवश्यकता महसूस की जा रही है।

जो मेक इन इंडिया की धारणा को बढ़ावा देगा एवं जहां लोकल उद्योगपतियों के साथ ही विदेशी कंपनियां भी एक ही छत के नीचे अपने उत्पादों एवं सेवाओं को प्रदर्शित कर सकें। मध्य प्रदेश से छोटे-छोटे ट्रेड डेलिगेशन हर माह निरंतर विश्व के अनेक देशों में भेजे जाएं ताकि आयात निर्यात की गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। मंत्री जी ने आश्वासन दिया कि हम आपके साथ हैं एवं आप प्रयास करिए सरकार उन्हें सार्थक करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार इंदौर में आगामी माह में उद्योगपति एवं व्यापारियों का एक बड़ा सम्मेलन करने जा रही है , जिसमें आयात निर्यात को मुख्य रूप से शामिल किया जाएगा। b2b मीटिंग के दौरान अशोक बड़जात्या, शरद डोशी, जसविंदर सिंह अनुराग जैन, अमित भट्ट, राजेश अग्रवाल, अलंकार भार्गव, चंद्रशेखर जैन, हरशादित्य काबरा, विक्रम वढ़नेरे, रुद्रांश एवं सिद्धार्थ उपस्थित रहे। संचालन आनंद रायकवार ने किया एवं आभार हितेश ओसवाल ने ज्ञापित किया।

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