पटना : केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का देश के कई राज्यों में विरोध हो रहा है। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने 20 से ज्यादा जिलों में तांडव मचाया। हालत देखते हुए 20 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। पिछले तीन दिनों से बंद ही हैं। इससे इन जिलों के लोग खासा परेशान भी हैं। हालांकि, इस बीच दिलचस्प खबर बक्सर से आ रही है। बक्सर जिले में भी इंटरनेट बंद है, लेकिन यहां के लोगों पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है। इसकी वजह है गंगा के घाट पर लगा युवाओं का मेला।
हां जी, बक्सर में गंगा के घाट पर लोगों खासकर युवाओं का मेला जैसा लग रहा है। चूंकि, बक्सर जिले की सीमा उत्तर प्रदेश के बलिया और गाजीपुर जिले से लगती है, ऐसे में यहां मुख्य तौर पर गंगा नदी बिहार और यूपी को अलग करती है। गंगा के किनारे पहुंचने पर यहां दोनों राज्यों का मोबाइल नेटवर्क मिलने लगता है। एक वक्त था जब मोबाइल सेवा प्रदाता रोमिंग चार्ज वसूलते थे, तो बक्सर के लोगों के लिए समस्या थी। हालांकि, अब वो समस्या नहीं है। जिला मुख्यालय सहित गंगा किनारे के तमाम गांवों के युवा अपने मोबाइल में मैनुअल सेटिंग के जरिए यूपी की ओर जारी इंटरनेट सेवा का लाभ ले रहे हैं।
एक बुजुर्ग ने बताया कि, बक्सर के लोग ऐसा ही शराबबंदी के मामले में भी करते हैं। शराब पीने के शौकीन यहां पुल के रास्ते टहलते हुए 10 से 15 मिनट में यूपी पहुंच जाते हैं। चूंकि, बिहार में तो घोषित शराबबंदी है, ऐसे में लोग यूपी के नजदीकी इलाकों में चले आते हैं और खूब मस्ती करते हैं। अब नेट बंद होने से मोबाइल वाले लोग फिर गंगा तट के आस-पास टहलते नजर आ रहे हैं। शाम को तो यहां मेला जैसा ही नजारा हो जा रहा है।