उत्तर प्रदेशराज्य

राजभवन में गणतंत्र दिवस पर हुआ अलंकरण समारोह का आयोजन

लखनऊ : राजभवन में गणतंत्र दिवस के अवसर पर अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने कला-संस्कृति, साहित्य, बौद्य़ व जैन दर्शन और खेल के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में भारतीय संविधान का विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि हम संविधान को आधार बनाते हुए अपने अधिकारों की बात तो करते है, लेकिन संविधान में जितने हमारे अधिकार हैं, उतने ही फर्ज भी हैं। फर्ज पूरा हो तो अधिकार अपने आप मिलेंगे। हर व्यक्ति को यह समझना होगा। जहां हम हैं, वहां से देश के लिए कार्य करें, हम सभी की प्राथिमकता राष्ट्र होना चाहिए। राज्यपाल ने सभी को गणत्रंत दिवस की शुभकामनाएं दी और नये अनुसंधानों के लिए प्रेरित भी किया। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वत्रंत प्रभार) गिरीश चंद्र यादव, अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर बोबडे, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव खेल मनीष चौहान सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

कला-संस्कृति के क्षेत्र में इन प्रतिभाओं को मिला सम्मान

  • जैन शोध संस्थान, लखनऊ से प्रो. अनेकांत कुमार जैन को उनके लेखन और अनुसंधान के लिए जैन संस्कृति एवं संवर्धन सम्मान दिया गया।
  • भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ से श्री अवनीश मिश्र को निर्देशन, सुश्री सुमन पाठक को अभिनय, श्री राकेश यादव को प्रस्तुति अभिकल्पक और श्री विजय पंडित को लेखन के लिए सम्मानित किया गया।
  • लोक एवं जनजाति संस्कृत संस्थान, लखनऊ से श्रीमती प्रभा सिंह को लोक गायन और श्रीमती आशा देवी को जनजातीय नृत्य के लिए सम्मानित किया गया।
  • अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, लखनऊ से प्रोफसर वांगचुक दोरजी व डॉ मौनशू कैसीन औतानी को बौद्ध अध्ययन और डॉ. प्रफुल्ल गडपाल को पालि भाषा के लिए सम्मान दिया गया।
  • संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ से श्री चंद्रभूषण सिंह चौहान को नाट्य निर्देशन और प्रोफेसर राधेश्याम जायसवाल को बांसुरी वादन के लिए सम्मान दिया गया।
  • ललित कला अकादमी, लखनऊ से डॉ. सरोज भार्गव, डॉ. महावीर सिंह और कैसर आर्ट को पद्मश्री बाबा योगेंद्र कला सम्मान से सम्मानित किया गया।
  • सिटी मांटेसरी स्कूल, अलीगंज, लखनऊ में पढ़ने वाली कक्षा 4 की छात्रा अर्यमा शुक्ला को उसकी विशिष्ट प्रतिभा के लिए सम्मानित किया गया। इनको संस्कृत में संपूर्ण श्रीमद् भगवत गीता जी और संपूर्ण श्रीदुर्गा सप्तशती कंठस्थ हैं।

खेल के क्षेत्र में प्रतिभाओं को किया सम्मानित

  • सुश्री अरीबा खान व प्रीति पाल को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार और प्रदीप कुमार व रवि सूर्यवंशी को लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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