IPL 2020: नीलामी में इन 7 युवा गेंदबाजों पर रहेगी सबकी नजर…
नई दिल्ली: विजय हजारे ट्रॉफी (50-50 ओवर) और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (टी20) के साथ ही भारतीय क्रिकेट के सीमित ओवरों के टूर्नामेंट खत्म हो गए हैं. कर्नाटक ने रविवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीत ली. उसी ने एक महीने पहले विजय हजारे ट्रॉफी पर कब्जा किया था. इन दोनों टूर्नामेंट के दौरान कुछ युवा गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. अब उन्हें अपने इस प्रदर्शन का इनाम 19 दिसंबर को मिल सकता है, जब आईपीएल की नीलामी होगी.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण की 19 दिसंबर को नीलामी कोलकाता में होगी. इसके लिए कुल 971 खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. आईपीएल 2020 से पहले इसकी आठ टीमों को कुल 73 खाली जगहों को भरना है. दूसरे शब्दों में कहें तो अधिकतम 73 खिलाड़ियों पर ही बोली लगेगी. आगामी नीलामी में लीग की 8 फ्रेंचाइजी की नजर भारत के युवा गेंदबाजों पर जरूर रहेगी, जो किसी भी टीम के संतुलन के लिए बेहद जरूरी हैं. विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दमदार प्रदर्शन की बदौलत ये सात भारतीय युवा गेंदबाज इस रेस में आगे दिख रहे हैं.
साई किशोर ने झटके 19 विकेट
तमिलनाडु के आर. साई किशोर लेफ्टआर्म स्पिनर हैं. उन्होंने मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे अधिक 19 विकेट झटके. इसके साथ ही उन्होंने जता दिया कि वे मैच पलटने का माद्दा रखते हैं. 23 साल के साई किशोर चेन्नई सुपरकिंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब के नेटबॉलर भी रह चुके हैं. लंबे कद के साई किशोर पावरप्ले में भी अच्छी गेंदबाजी करते हैं. साई किशोर का नाम पिछली दो बार की आईपीएल की नीलामी लिस्ट में भी था. हालांकि, तब उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला था.
इशान की रफ्तार और यार्कर
बंगाल के ईशान पोरेल भी आईपीएल की नीलामी में मुख्य आकर्षण रहेंगे. 21 साल के ईशान अंडर-19 क्रिकेट खेलते वक्त 125-130 किमी/घंटे की रफ्तार से बॉलिंग करते थे. लेकिन अब उनकी रफ्तार 140 किमी/घंटा तक पहुंच चुकी है. वे सटीक यार्कर करते हैं और उनकी गेंदों में उछाल भी है. वे इंडिया-ए के लिए लगातार खेल रहे हैं. ईशान ने देवधार ट्रॉफी के फाइनल में पांच विकेट झटके थे. इसमें केदार जाधव, विजय शंकर के विकेट शामिल थे.
बिश्नोई-प्रवीण की गुगली खतरनाक
राजस्थान के रवि बिश्नोई उन युवाओं में शामिल हैं, जिन्हें अगले अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया है. बिश्नोई लेग स्पिनर हैं. ऐसी टीमें जिन्हें युवा लेग स्पिनर की दरकार है, उनके लिए बिश्नोई बहुत उपयोगी साबित हो सकते हैं. कर्नाटक के प्रवीण दुबे (Praveen Dubey) भी लेग स्पिनर हैं और उन पर भी बोली लग सकती है. बिश्नोई और प्रवीण दोनों खतरनाक गुगली करते हैं. प्रवीण निचले क्रम में उपयोगी बैटिंग भी करते हैं.
डेथ-ओवर स्पेशलिस्ट लुकमान
बड़ौदा के लिए खेलने वाले लुकमान मेरीवाला बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं. उनकी रफ्तार तो ज्यादा नहीं है, लेकिन सटीकता के कारण वे बेहद खतरनाक हो जाते हैं. लुकमान मेरीवाला ने इस साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 16 विकेट लिए. इनकी खासियत यह है कि ये डेथ-ओवर स्पेशलिस्ट बॉलर हैं. साथ ही इनकी गेंदबाजी में विविधता है. तेज गेंदबाज तलाश रहीं आईपीएल टीमों के लिए लुकमान मेरीवाला अच्छा विकल्प हो सकते हैं.
आर्मी के पठानिया चौंका सकते हैं
आर्मी के लिए खेलने वाले देवेश पठानिया का नाम भी इस बार चौंका सकता है. पठानिया तेज गेंदबाज हैं. सर्विसेज के लिए खेलने वाले देवेश पठानिया ने इस साल विजय हजारे ट्रॉफी में नौ मैच में 18 विकेट झटके. जाहिर है, तेज गेंदबाज तलाश रहीं आईपीएल टीमों के लिए पठानिया भी अच्छा विकल्प हो सकते हैं. तमिलनाडु के जी पेरियारस्वामी पर भी फ्रेंचाइजी की नजर रहेगी. पेरियारस्वामी को उनकी बॉलिंग स्टाइल के चलते भारतीय मलिंगा कहा जा रहा है.